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इज़रायल-हमास युद्ध में मरने वाले फिलिस्तीनियों का आंकड़ा पहुंचा 10 हज़ार पार, गाज़ा में दहशत का माहौल

Israel-Hamas War: इज़रायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को एक महीना पूरा हो चुका है। इस जंग का सबसे बुरा असर फिलिस्तीनियों पर पड़ रहा है।

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Palestinian man carrying his dead son

इज़रायल (Israel) और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास (Hamas) के बीच चल रहे युद्ध को एक महीना पूरा हो चुका है और अभी भी यह रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हमास आतंकियों ने गाज़ा स्ट्रिप (Gaza Strip) से 7 अक्टूबर की सुबह इज़रायल पर करीब 5,000 रॉकेट्स से हमला करने के साथ ही इज़रायल में कुछ जगहों पर घुसपैठ करते हुए भी लोगों को मारा था और बंधक बनाया था। हमास के हमलों में अब तक इज़रायल के 1,405 से कुछ ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हमास से बदला लेने के लिए इज़रायली सेना ने गाज़ा और आसपास के इलाकों पर लगातार हमले करने शुरू कर दिए जो अभी भी जारी हैं। इज़रायली सेना के इस एक्शन से गाज़ा में तबाही मच रही है और इसका मासूम फिलिस्तीनियों पर बेहद ही बुरा असर पड़ रहा है।


मरने वाले फिलिस्तीनियों का आंकड़ा पहुंचा 10 हज़ार पार

हमास के खात्मे के लिए इज़रायली सेना लगातार गाज़ा और आसपास हमले कर रही है। इज़रायली सेना को कई आतंकियों को ढेर करने में कामयाबी भी मिली है, पर इस चक्कर में कई मासूम फिलिस्तीनियों ने भी अपनी जान गंवाई है। हमास की हेल्थ मिनिस्ट्री ने जानकारी देते हुए बताया कि इस युद्ध की वजह से मरने वाले फिलिस्तीनियों का आंकड़ा 10 हज़ार पार पहुंच गया है। इनमें आतंकियों से ज़्यादा ऐसे फिलिस्तीनी हैं जिनका युद्ध से कोई तालुक्कात नहीं है।


लाखों फिलिस्तीनी विस्थापित

युद्ध की वजह से गाज़ा में लाखों फिलिस्तीनी विस्थापित हो गए हैं। उनके घर तबाह हो गए हैं और जान बचाने के लिए उन्हें सुरक्षित जगहों पर शरण लेनी पड़ रही है। साथ ही फिलिस्तीनियों को पर्याप्त खाना और पानी भी नहीं मिल रहा है और दूसरी सुविधाओं से भी उन्हें वंचित रहना पड़ रहा है। युद्ध की वजह से गाज़ा में दहशत का माहौल है।

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