8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इज़राइल ने सीरिया पर किए ताबड़तोड़ 52 हवाई हमले: टारटस-लताकिया में 79 सैन्य ठिकाने तबाह

Israel Syria Airstrikes 2025: इज़राइल ने सीरिया के टारटस और लताकिया में कई सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए।

3 min read
Google source verification

भारत

image

MI Zahir

May 31, 2025

Israel Syria Airstrikes 2025

Israel attacks Iran (Photo : IANS)

Israel Syria Airstrikes 2025: इजराइल ने शनिवार को सीरिया के तटीय प्रांतों टारटस और लताकिया (Tartus Latakia strike) में 70 सैन्य ठिकानों पर 52 हवाई हमले (Israel Syria airstrike) किए। इन हमलों (IDF missile attack)में पूर्व विशेष बल मुख्यालय और नागरिक क्षेत्रों के पास स्थित सैन्य ठिकाने भी शामिल थे। ब्रिटेन स्थित युद्ध निगरानी संस्था सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के अनुसार, टारटस में हवाई हमलों में सैन्य सुविधा (Syrian military bases bombed) को निशाना बनाया गया, जिसका पहले विशेष बल इस्तेमाल करते थे, साथ ही अल-वुहैब औद्योगिक क्षेत्र और अल-ब्लाटा बैरकों में स्थित स्थलों को भी निशाना बनाया गया।

सैन्य स्थलों और पड़ोसी लताकिया प्रांत में 107वें ब्रिगेड बेस पर हमला किया

सरकारी अल-इखबरिया टीवी ने बताया कि इजराइली लड़ाकू विमानों ने जाबलेह ग्रामीण क्षेत्र में जामा गांव के साथ-साथ मीना अल-बायदा बंदरगाह क्षेत्र में सैन्य स्थलों और पड़ोसी लताकिया प्रांत में 107वें ब्रिगेड बेस पर हमला किया। इजराइल के रक्षा बलों ने एक बयान में कहा कि उसने शुक्रवार रात लताकिया में हथियार भंडारण सुविधाओं पर हमला किया। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, बयान में कहा गया है कि इन सुविधाओं में ऐसी मिसाइलें मौजूद हैं, जो अंतरराष्ट्रीय और इजराइली समुद्री नौवहन की स्वतंत्रता के लिए खतरा पैदा करती हैं।

लोग हताहत होने और वायु रक्षा प्रणाली या हथियार डिपो नष्ट होने की सूचना

हताहतों की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं थी और सीरियाई रक्षा अधिकारियों ने कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया था। ये हमले बढ़ते क्षेत्रीय तनाव के बीच और हाल के महीनों में सीरिया में इजराइली छापों की एक श्रृंखला के बाद हुए हैं, जिनमें से कुछ में लोगों के हताहत होने और वायु रक्षा प्रणाली या हथियार डिपो नष्ट होने की सूचना है।

छह प्रांतों में 20 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया गया

सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स और सरकारी मीडिया के अनुसार, इससे पहले 3 मई को इजराइल ने इस वर्ष सीरिया पर अपने सबसे तीव्र हवाई हमले किए, जिसमें कम से कम छह प्रांतों में 20 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया गया था। तब हवाई हमले कई स्थानों पर किए गए थे, जिनमें माउंट कसीउन, बरजेह और ग्रामीण दमिश्क के हरास्ता शामिल थे, तथा हरास्ता सैन्य अस्पताल के पास के इलाकों में विस्फोट हुए। ऑब्जर्वेटरी ने इस हमले को इस साल की शुरुआत से अब तक का सबसे भीषण हमला बताया है, जो इजराइल और सीरिया के बीच बढ़ते तनाव के बीच हुआ है। इस हमले में कथित तौर पर दर्जनों लोग घायल हुए हैं।

एक ड्रोन हमले में चार लोगों की मौत

अल-वतन समाचार पत्र के अनुसार, एम्बुलेंस टीमों को कनाकर सहित कई प्रभावित क्षेत्रों की ओर जाते देखा गया, जहां दिन में एक ड्रोन हमले में चार लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि, इजराइली मीडिया ने बताया कि हाल ही में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री इजराइल कैट्ज ने नए लक्ष्यों को अधिकृत किया था।

इजराइल ने सीरिया पर 52 से अधिक हमले किए

ऑब्जर्वेटरी ने कहा कि इस वर्ष की शुरुआत से अब तक इजराइल ने सीरिया पर 52 से अधिक हमले किए हैं, जिनमें 44 हवाई हमले और आठ जमीनी हमले शामिल हैं, जिनमें हथियार डिपो और कमांड सेंटर से लेकर सैन्य वाहन और मिसाइल प्लेटफॉर्म तक कम से कम 79 लक्ष्य नष्ट किए गए हैं।

हमलों पर रिएक्शन,क्षेत्र में तनाव गहराया

"इज़राइल के हमले से क्षेत्र में तनाव गहराया है। यह कार्रवाई समुद्री नौवहन और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए गंभीर खतरे का संकेत देती है।"

फॉलो-अप : जंग के बढ़ते हालात और सुलगते सवाल

क्या रूस और ईरान इस हमले पर प्रतिक्रिया देंगे?

सीरियाई सरकार की चुप्पी क्या किसी रणनीतिक गठजोड़ का संकेत है?

संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रिया और अगला कदम क्या होगा?

साइड एंगल : जंग का मकसद और मायने

भू-राजनीतिक विश्लेषण: इज़राइल का मकसद ईरान समर्थित हथियारों की आपूर्ति को रोकना है।

आर्थिक प्रभाव: तटीय क्षेत्रों में औद्योगिक केंद्रों को निशाना बनाए जाने से क्षेत्रीय व्यापार प्रभावित हो सकता है।

ड्रोन और नई टेक्नोलॉजी का उपयोग: यह हमला इज़राइल की सैन्य तकनीक में हो रही उन्नति का भी संकेत देता है।

ये भी पढ़ें:फिलिस्तीन समर्थन पर MIT की कार्रवाई, भारतीय-अमेरिकी छात्रा Megha Vemuri पर बैन