Karachi Lyari Building Collapse 2025: पाकिस्तान में कराची के लियारी क्षेत्र (Lyari tragedy) के बगदादी इलाके में एक दर्दनाक हादसे (Karachi building collapse 2025) में 5 मंज़िला इमारत ढह गई, जिसमें 7 महिलाओं और एक बच्चे सहित 17 लोगों की मौत (Karachi Lyari Building Collapse 2025) हो गई। यह हादसा बीती सुबह हुआ, जब इमारत अचानक भरभरा कर गिर (Pakistan building accident) पड़ी। इमारत पूरी तरह जमींदोज हो गई और उसके आसपास की इमारतों को भी नुकसान पहुंचा। सूत्रों के अनुसार, रात तक 14 शव मलबे से निकाले जा चुके थे और आज 3 और शव निकाले गए हैं। हर शव मिलने के बाद इलाके में मातम छा गया है। मलबे के पास मौजूद परिजन अपने अपनों की सलामती को लेकर चिंतित हैं।
रैस्क्यू कार्य का 70% हिस्सा पूरा हो चुका है।
भारी मशीनरी का उपयोग कर मलबा हटाया जा रहा है।
स्थानीय लोग भी बचाव कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
रैस्क्यू अधिकारियों का कहना है कि कार्य पूर्ण होने में कई घंटे और लग सकते हैं, क्योंकि अब भी कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। अब तक 15 शव निकाले जा चुके हैं और 7 लोग घायल हैं। मोबाइल सिग्नल बंद होने के कारण रेस्क्यू कार्य में कठिनाइयाँ आ रही हैं। मकान की हालत पहले से खराब थी
अधिकारियों ने बताया कि इमारत में 6 परिवार रह रहे थे। हर फ्लोर पर 3 पोर्शन बने हुए थे। यह इमारत 3 साल पहले ही जर्जर घोषित कर दी गई थी, लेकिन ना तो रहवासियों ने इमारत छोड़ी और ना ही प्रशासन ने कोई कड़ा कदम उठाया। इमारत के साथ जुड़ी दो और इमारतों (7 और 2 मंज़िला) को खाली कराया गया है, ताकि आगे और कोई दुर्घटना न हो।
कमिश्नर कराची सैयद हसन नक़वी ने कहा: "रैस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने में 24 घंटे लग सकते हैं। जर्जर इमारतों के निवासी खुद सुरक्षित जगह चले जाएं, हम उन्हें ज़बरदस्ती नहीं निकाल सकते। अवैध निर्माण पर एसबीसीए (Sindh Building Control Authority) के साथ बैठक होगी।"
सिविल अस्पताल में जिन शवों को लाया गया, उनमें शामिल हैं: 55 वर्षीय हूर बीबी,35 वर्षीय वसीम,21 वर्षीय प्रांतिक पुत्र हारसी,28 वर्षीय प्रेम (पिता अज्ञात), फातिमा पत्नी बाबू, जिनका अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। इसके अलावा, 25 वर्षीया महिला, 30 वर्षीय पुरुष और 7 वर्षीय बच्चे के शवों की पहचान नहीं हो सकी है।
डिप्टी कमिश्नर साउथ कराची जावेद खोसो ने बताया "प्रभावित इमारत के रहवासियों को 2022, 2023 और 2024 में नोटिस दिए गए थे। 107 में से 21 इमारतें बेहद ख़तरनाक पाई गई हैं, जिनमें से 14 को खाली कराया जा चुका है। इस घटना के लिए किसी एक को तुरंत जिम्मेदार ठहराना जल्दबाजी होगी।"
बहरहाल लियारी की यह घटना न सिर्फ एक निर्माण त्रुटि का परिणाम है, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही की भी जीती-जागती मिसाल है। तीन वर्षों से इमारत को “खतरनाक” घोषित किया गया था, बावजूद इसके न तो कोई कार्यवाही हुई, न लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया। 17 ज़िंदगियों का यूँ मलबे में दब जाना बताता है कि हमारी शहरी योजनाओं और इमरजेंसी रिस्पॉन्स में कितनी खामियाँ हैं।
Updated on:
05 Jul 2025 03:58 pm
Published on:
05 Jul 2025 03:54 pm