Death Clock AI ऐप 1200 से अधिक मेडिकल स्टडीज पर आधारित है और व्यक्ति की आदतों, सेहत और जीवनशैली के बारे में जानने के बाद आपकी संभावित डेथ डेट बताती है।
क्या आप जानना चाहते हैं कि आप अभी कितने साल जिएंगे? यह सवाल पूछना डरावना लगता है ना? लेकिन एक नई ऐप को लेकर दावा किया जा रहा है कि वह आपके जीवन के बचे हुए साल का अनुमान लगा सकती है, वह भी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की मदद से। Death Clock AI ऐप 1200 से अधिक मेडिकल स्टडीज पर आधारित है और व्यक्ति की आदतों, सेहत और जीवनशैली के बारे में जानने के बाद आपकी संभावित डेथ डेट बताती है। हालांकि इसमें साफ लिखा है-यह सिर्फ मनोरंजन के लिए है, लेकिन इसके नतीजे मजाक नहीं हैं। यह आपको सोचने पर मजबूर कर देंगे।
वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार स्टीवन पेट्रो ने जब इस ऐप को इस्तेमाल किया तो उन्हें बताया गया कि वह 2042 तक जीवित रहेंगे, यानी 84 साल की उम्र तक। इससे पहले एक पुराने कैलकुलेटर ने 2031 में उनकी मृत्यु बताई थी। नए नतीजों से उन्हें 11 साल का बोनस मिल गया।
1- आपको कैसी नींद आती है?
2- आप कितना चलते हैं?
3- स्मोकिंग करते हैं या नहीं?
4- कैंसर स्क्रीनिंग कराते हैं या नहीं?
इनके सवालों के जवाब के आधार पर ऐप बताती है कि आपके मरने की आशंका कब और किस कारण से सबसे अधिक हैं। स्टीवन के केस में वह कारण थे: नींद की गड़बड़ी, दिल की बीमारी और कैंसर।
इस ऐप का स्लोगन है: 'अपनी तारीख जानिए, अपनी किस्मत बदलिए।' यानी अगर आप अपनी आदतें सुधारें, फल-सब्जियां खाएं, बेहतर नींद लें, एक्सरसाइज करें तो आपकी उम्र कुछ साल और बढ़ सकती है। हालांकि, विशेषज्ञों की राय भी अहम है।
न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के बायोएथिसिस्ट आर्थर कैपलान कहते हैं कि ऐप जीवन जीने की स्टाईल को एक नया नजरिया देता है, लेकिन सामाजिक और आर्थिक कारकों को पूरी तरह नहीं माप सकता, जैसे आपकी पारिवारिक पृष्ठभूमि, शिक्षा और प्रदूषण का स्तर। और हां, डेटा प्राइवेसी भी एक बड़ी चिंता है।
कैपलान के मुताबिक ऐप की नीति कहती है कि यूजर का डेटा थर्ड पार्टी के साथ साझा किया जा सकता है, तो जानिए कब मरेंगे से पहले, ये भी जानिए कि आपका डेटा किसे मिलेगा। इसलिए अगली बार जब आप ‘डेथ क्लॉक’ खोलें, तो सिर्फ हंसी-मजाक के लिए नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत के लिए खोलें ताकि जिंदगी थोड़ी लंबी और बेहतर हो सके।