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भारत बहुत ताकतवार है, वह चाहे तो तुरंत खत्म हो जाएगा रूस-यूक्रेन युद्ध, इस यूरोपियन देश ने PM मोदी से लगाई गुहार

एस्टोनिया के विदेश मंत्री मार्गस त्साखना ने कहा है कि भारत रूस-यूक्रेन युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। भारत के रूस के साथ मजबूत आर्थिक संबंध हैं, जिससे वह रूस पर दबाव डाल सकता है।

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भारत

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Mukul Kumar

Dec 18, 2025

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पीएम मोदी। (फोटो- ANI)

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को रुकवाने के लिए पश्चिमी देश हर तरह की कोशिशें कर रहे हैं। अब यूरोपियन देश एस्टोनिया के विदेश मंत्री मार्गस त्साखना ने कहा है कि भारत, यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध को लेकर उस पर असर डालने में एक अहम भूमिका निभा सकता है।

रूस-यूक्रेन संघर्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका पर बोलते हुए त्साखना ने भारत को एक बड़ा देश बताया, जिसके रूस के साथ लंबे समय से सक्रिय आर्थिक संबंध हैं।

उन्होंने कहा कि ये संबंध भारत को दबाव डालने और रूस को यह साफ करने में मदद करते हैं कि यूक्रेन में उसके काम यूरोपीय सुरक्षा व अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन करते हैं।

भारत रूस पर डाल सकता है दबाव

त्साखना ने कहा- भारत रूस पर कुछ दबाव डाल सकता है और उसे समझा सकता है कि यूक्रेन के खिलाफ आक्रामक देश होना यूरोप और मुख्य रूप से संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मूल्यों के खिलाफ होना है, जिन्हें प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय लोग पूरी दुनिया के साथ साझा करते हैं। भारत के पास बहुत ताकत है। वह रूस को यह समझा सकता है कि वह गलत रास्ते पर है।

यूक्रेन में युद्ध चरम पर

एस्टोनिया का यह बयान ऐसे समय है जब यूक्रेन में युद्ध चरम पर है। एस्टोनिया सहित यूरोपीय देश यूक्रेन के पक्के समर्थक बने हुए हैं। वह रूस के खिलाफ प्रतिबंधों का समर्थन कर रहे हैं और यूक्रेन को सैन्य व मानवीय सहायता दे रहे हैं।

एस्टोनिया यूरोपीय संघ और नाटो दोनों का सदस्य है। वह रूस के कामों के लिए जवाबदेही तय करने की मांग करने में खास तौर पर मुखर रहा है। इस बीच, भारत ने रूस के साथ रणनीतिक और आर्थिक संबंध बनाए रखे हैं।

यह युद्ध का युग नहीं- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने सार्वजनिक रूप से कहा है कि यह युद्ध का युग नहीं है और यह संदेश रूसी और यूक्रेनी दोनों नेतृत्व को दिया है।

त्साखना की टिप्पणियां यूरोप में बढ़ती उम्मीदों को दर्शाती हैं कि भारत एक उभरती हुई वैश्विक शक्ति के रूप में संघर्ष को कम करने के प्रयासों में एक पुल का काम कर सकता है।

इस बीच, यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि उन्हें संकेत मिले हैं कि रूस अगले साल को जंग का वर्ष बनने की तैयारी कर रहा है। हाल के हफ्तों में रूस और यूक्रेन ने एक-दूसरे के ऊर्जा स्थलों और तेल रिफाइनरियों को निशाना बनाना बढ़ा दिया है।