24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

North Korea: नए साल का मिसाइल दागकर किया स्वागत, अमेरिका व दक्षिण कोरिया को बताया दुश्मन

नए साल की शुरुआत मिसाइल दाग कर करने वाले किम जोंग-उन (Kim Jong-un) ने परमाणु हथियार (Nuclear Arsenal) बढ़ाने और एक अधिक शक्तिशाली इंटरकॉन्टिनेटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) बनाने की कसम खाई है, वहीं दक्षिण कोरिया (South Korea) को अपने देश का 'बिना शक दुश्मन' करार दिया है।

3 min read
Google source verification
kim.jpeg

Kim Jong-un

अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान के प्रति गहरी दुश्मनी के संकेत में उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन ने शनिवार को समाप्त हुई सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी की पूर्ण बैठक में एक संबोधन के दौरान शासन के परमाणु शस्त्रागार में 'गुणात्मक वृद्धि' करने का आह्वान किया। उत्तर कोरिया द्वारा अपने पूर्वी जलक्षेत्र की ओर रविवार को एक बैलिस्टिक मिसाइल दागे जाने के कुछ ही घंटों बाद किम जोंग-उन का यह बयान आया।

नए साल पर दागी मिसाइल
उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया ने रविवार को पुष्टि की कि देश ने हथियार की क्षमता का परीक्षण करने के लिए अपने सुपर-लार्ज मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर का परीक्षण किया। केसीएनए ने कहा कि शनिवार को लांचर से दागे गए तीन गोले उसके पूर्वी तट के पास एक द्वीप पर सटीक निशाने पर लगे। इसने कहा कि उत्तर कोरिया ने रविवार को लांचर से अपने पूर्वी जलक्षेत्र की ओर एक और गोला दागा। बाहरी विशेषज्ञ लॉन्चर से दागे गए हथियारों को उनके प्रक्षेपवक्र, रेंज और अन्य विशेषताओं के कारण बैलिस्टिक मिसाइल मान रहे हैं। दक्षिण कोरिया ने ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने एक बयान में कहा कि दक्षिण की सेना ने रविवार को प्योंगयांग क्षेत्र से तड़के करीब 2.50 बजे प्रक्षेपण का पता लगाया। इसने कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप और जापान के बीच पानी में गिरने से पहले मिसाइल ने लगभग 400 किमी (250 मील) की दूरी तय की।

यह भी पढ़ें:

North-South Korea : उत्तर कोरिया ने फिर दागी 3 बैलेस्टिक मिसाइल, कुछ दिन पहले उड़ाए थे ड्रोन

सीमा पर भेजे ड्रोन, दागी मिसाइलें
दक्षिण कोरियाई सीमा पर भारी हथियारों से लैस पांच ड्रोन भेजने के कुछ दिनों बाद उत्तर कोरिया ने शनिवार को भी तीन बैलिस्टिक मिसाइलें लॉन्च की थीं। दोनों के बीच दुश्मनी पिछले हफ्ते की शुरुआत से गहरी हो गई है, जब दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया पर पांच साल में पहली बार देश की भारी किलेबंद सीमा के पार ड्रोन उड़ाने का आरोप लगाया और उत्तर की ओर अपने ड्रोन भेजे। दक्षिण कोरिया ने स्वीकार किया कि वह सीमा के दक्षिण में पाए गए उत्तर कोरियाई ड्रोनों में से किसी को भी मार गिराने में विफल रहा। लेकिन दक्षिण कोरिया ने अपने वायु रक्षा नेटवर्क को मजबूत करने और उत्तर कोरिया द्वारा भविष्य के उकसावे पर सख्त होने की कसम खाई है।

सैन्य ताकत को दोगुना करेगा उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया की आधिकारिक केसीएनए समाचार एजेंसी के अनुसार किम ने कहा, अमेरिका और अन्य शत्रुतापूर्ण ताकतों द्वारा खतरनाक सैन्य कदमों से निपटने के लिए और हमारे देश को अपनी संप्रभुता, सुरक्षा और बुनियादी राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सैन्य शक्ति को दोगुना करना होगा। किम ने प्रमुख नीतियों की रूपरेखा तैयार करने के लिए हाल में पार्टी की बैठकों का उपयोग किया है। किम ने इस बैठक में आरोप लगाया कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया उत्तर कोरिया को 'अलग-थलग करने और दबाने की साजिश' रच रहे हैं।

इस साल नए प्रकार की आईसीबीएम बनाएंगे
किम ने कहा कि हमारा परमाणु बल युद्ध को रोकने, शांति और स्थिरता की रक्षा करने वाला पहला मिशन है और अगर यह इसे रोकने में विफल रहता है तो हम दूसरा मिशन चलाएगा और यह यकीन मानिए कि यह सिर्फ आत्मरक्षा के लिए नहीं होगा। बताया गया है कि किम ने एक नए प्रकार के आईसीबीएम के विकास का भी आदेश दिया है, जिसमें तेज, जवाबी हमला करने की क्षमता है। देश का पहला सैन्य जासूसी उपग्रह भी जल्द से जल्द कक्षा में स्थापित किया जाएगा।

इसलिए भी हो सकता है रविवार का परीक्षण
रविवार का उत्तर कोरिया का मिसाइल प्रक्षेपण दक्षिण कोरिया के हालिया रॉकेट परीक्षण की प्रतिक्रिया हो सकता है, जो उत्तर कोरिया की बेहतर निगरानी के लिए अंतरिक्ष-आधारित निगरानी स्थापित करने की अपनी योजना से संबंधित है। शुक्रवार को, दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा कि उसने एक ठोस-ईंधन रॉकेट का परीक्षण किया, एक प्रकार का अंतरिक्ष प्रक्षेपण वाहन जो आने वाले वर्षों में अपने पहले जासूसी उपग्रह को कक्षा में स्थापित करने के लिए उपयोग करने की योजना बना रहा है।

2022 में दागी 70 से ज्यादा बैलेस्टिक मिसाइल
किम और तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच तीन बैठकों के साथ-साथ तत्कालीन दक्षिण कोरियाई नेता मून जे—इन के साथ बैठक के बावजूद परमाणु कूटनीति के 2019 में टूटने के बाद उत्तर कोरिया ने 2022 में 70 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया है। नवंबर में, इसने 2017 के बाद पहली बार ICBM का परीक्षण फिर से शुरू किया, Hwasong-17 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। यह एक नई, बड़ी मिसाइल है जो संभावित रूप से अमेरिका में कहीं भी हमला करने में सक्षम है। विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर कोरिया का तेजी से हथियार विकास इसकी प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ा रहा है। यह भविष्य की किसी भी वार्ता में प्रतिबंधों से राहत और अमेरिका से अन्य रियायतें जीतने के लिए उसे मजबूत स्थिति में रख सकता है।

यह भी पढ़ें:

US-China Aircraft Clash: चीन ने अमेरिका पर ही मंढा आरोप , हमारे पायलटों की जान खतरे में डाली