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कोरोना वायरस: अफ्रीका में ओमिक्रान का कहर, दोगुने होने लगे संक्रमण के नए मामले

दक्षिण अफ्रीका में कोरोना संक्रमण मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। बीते जून-जुलाई में डेल्टा वेरिएंट की वजह से मामले बढ़े और लोगों की मौत हुई। अब ओमिक्रान वेरिएंट की वजह से मामले दोगुने हो रहे हैं और वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यह संख्या और तेजी से बढ़ेगी। वैज्ञानिकों की टीम इस बात का भी पता लगा रही है कि मौजूदा वैक्सीन इस वेरिएंट पर प्रभावी है या नहीं।  

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Ashutosh Pathak

Dec 02, 2021

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नई दिल्ली।

कोरोना महामारी का कहर पूरी दुनिया में एक बार फिर बढ़ रहा है। दक्षिण अफ्रीका में पिछले दिनों सामने आया नया वेरिएंट ओमिक्रान भारत समेत कई देशों में फैल गया है। वैज्ञानिकों ने इस वेरिएंट का पता लगाया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस के इस वेरिएंट को बेहद खतरनाक बताया है और एक बार फिर सतर्कता बरतने को कहा है। बताया जा रहा है कि इस वेरिएंट के सामने आने के बाद दक्षिण अफ्रीका में कोरोना संक्रमण के नए मामले दोगुने होने लगे हैं। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन के वैज्ञानिकों का अनुमान है कि आने वाले दिनों में रोज के संक्रमण के नए मामले तीन गुना या चार गुना से भी ज्यादा हो सकते हैं।

दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, एक दिन में कोरोना संक्रमण के नए मामले करीब दोगुने हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, बीते मंगलवार को कोरोना संक्रमण के 4 हजार तीन सौ 73 नए मामले सामने आए थे। वहीं एक दिन बाद यानी बुधवार को संक्रमण के नए मामले बढ़कर 8 हजार पांच सौ 61 हो गए। दक्षिण अफ्रीकी वैज्ञानिकों के अनुसार, हम कोरोना के नए ओमिक्रान वेरिएंट की खोज के बाद संक्रमण के नए मामलों में बढ़ोतरी के लिए तैयार हैं।

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विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ के रीजनल वायरोलॉजिस्ट डॉ निक्की गुमेदे-मोएलेत्सी ने बताया कि संभावना यह है कि संभवतः नए मामले गंभीर रूप से दोगुने या इससे भी ज्यादा हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में हम सभी दक्षिण अफ्रीका में संक्रमण के पहचाने जाने वाले नए केस की संख्या में बढ़ोतरी देखने जा रहे हैं।

दरअसल, नवंबर महीने की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका में हर रोज संक्रमण के करीब औसतन 200 नए मामले सामने आ रहे थे। कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों को देखते हुए माना जा रहा था कि यहां महामारी अंतिम चरण में है, मगर नवंबर के दूसरे सप्ताह से नए मामलों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी। वहीं, गत बुधवार को रिपोर्ट हुए नए मामले के बाद नवंबर की शुरुआत में जिन मामलों की दर एक प्रतिशत थी, वह अब बढ़कर 16.5 हो गई है।

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इससे पहले, दक्षिण अफ्रीका में बीते जून और जुलाई में हालात तब बेहद चिंताजनक हो गए थे, जब यहां कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट ने तबाही मचाई थी। उस समय दक्षिण अफ्रीका में रोज संक्रमण के नए मामले 20 हजार से भी अधिक हो गए थे। कुल छह करोड़ की जनसंख्या वाले दक्षिण अफ्रीका में लगभग 29 लाख कोरोना संक्रमण के केस दर्ज हो चुके हैं। वहीं अब तक 90 हजार से भी ज्यादा लोगों की मौत कोरोना महामारी से हो चुकी है।

वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह तय करना अभी जल्दबाजी होगी कि नए केसों में बढ़ोतरी के लिए ओमिक्रान वेरिएंट जिम्मेदार है, मगर बहुत हद तक यह संभव है। वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि दक्षिण अफ्रीका के अलावा बोत्सवाना में भी ओमिक्रान वेरिएंट का मिलना और नए मामलों में तेजी आना यह साबित करता है कि यह वेरिएंट तेजी से एक मरीज से दूसरे मरीज में फैल रहा है।

वैज्ञानिकों की टीम लैब में इसका परीक्षण कर रही है। वैज्ञानिकों की टीम यह भी पता लगा रही है कि मौजूदा वैक्सीन इस वेरिएंट पर प्रभावी है या नहीं। इसके अलावा, इस वेरिएंट में कौन सी क्षमताएं हैं और मनुष्यों के अलावा क्या यह जानवरों को भी संक्रमित कर रही है।