
तेहरान। मध्य-पूर्व मामलों के लिए पुतिन के विशेष दूत अलेक्जेंडर लैवेंटिव ने गुरुवार को कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 2015 के परमाणु समझौते के उल्लंघन के लिए संयुक्त व्यापक योजना (जेसीपीओए) के अंतर्गत ईरान पर लगाए गए एकपक्षीय प्रतिबंधों का सम्मान करते हैं। लेकिन इन प्रतिबंधों को लगाने की अमरीकी एकतरफा कार्रवाई और दुनिया के ऊपर बढ़ रही अमरीकी तानाशाही के रूप में रूस इनकी निंदा करता हैं।
पुतिन ने की अमरीकी प्रतिबंधों की आलोचना
पुतिन ने अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ अपनी हालिया वार्ता में तेहरान पर लगाए गए प्रतिबंधों को हानिकारक और असंवैधानिक बताते हुए वाशिंगटन के इस एकपक्षीय कदम की निंदा की थी। रूस के इस नजरिये में आये बदलाव को ईरान की एक समाचार एजेंसी ने प्रकाशित किया। लैवेंटिव ने गुरुवार को ईरान की सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल (एसएनएससी) के उप सचिव सईद इरवानी के साथ अपनी बैठक के दौरान यह टिप्पणी की थी ।
ईरान ने रूस को धन्यवाद दिया
बातचीत में पुतिन के दूत ने ईरान के कई मुद्दों और अपनी राय रखी। फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में पुतिन और उनके अमरीकी समकक्ष के बीच हालिया शिखर सम्मेलन की भी जानकारी दी। ईरान की सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के सचिव इरवानी ने ईरान का पक्ष रखने के लिए रूसी राष्ट्रपति के प्रति अपना आभार व्यक्त किया और रणनीतिक सहयोग के लिए दोनों देशों की प्रतिबद्धता को फिर से दोहराया।
16 जुलाई को ट्रम्प और पुतिन ने हेलसिंकी में बैठक हुई जो 90 मिनट से अधिक समय तक चली। बता दें कि इस बैठक से पहले ईरानी सुप्रीम लीडर के अंतरराष्ट्रीय सलाहकार अली अकबर वेलयती ने मास्को का दौरा किया और पुतिन के साथ बातचीत की।
Published on:
20 Jul 2018 08:57 am
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