
प्रतीकात्मक छवि
Single Woman: आज कल की लाइफस्टाइल में एक गजब का ट्रेंड बन गया है वो है अकेले रहने का, शादी ना करने का, जिसके चलते सिंगल लड़कों और लड़कियों की संख्या बेतहाशा बढ़ती जा रही है। भारत (India) जैसे देशों में ये समस्या अभी इतनी दिखाई नहीं दे रही लेकिन कुछ देशों में ये एक गंभीर समस्या बन गई है। जापान (Japan) जैसे देश में तो जनसंख्या में भारी गिरावट आ गई है। हालांकि इसका कारण महिलाओं या पुरुषों का एकल होना नहीं बल्कि उनकी जनसंख्या की नीति है, हालांकि अब वहां की सरकार ने इस समस्या को खत्म करने की एक पहल शुरू की है। वो क्या है,ये हम आपको बता रहे हैं।
दरअसल जापान में जनसंख्या तेजी से घट रही है, वहां पर बच्चों से ज्यादा संख्या बुजुर्गों की हो गई है। इस संकट से बचने के लिए जापान ने एक तरीका निकाला है। वो ये है कि जापान की सरकार सिंगल लड़कियों और महिलाओं को समर्थन देने के लिए एक पहल कर रही है। वो ये कि ये महिलाएं अपना जीवन साथी खोजने के लिए शहरों के बाहर चलीं जाएं।
द जापान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक सरकार उन महिलाओं को एक भारी-भरकम रकम देगी जो टोक्यो से बाहर ग्रामीण क्षेत्रों में जीवनसाथी ढूंढने के लिए निकलेंगी। अगर उन्हें उनका जीवनसाथी मिल जाता है तो सरकार दोबारा उन्हें वित्तीय सहायता देगी।
इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ये पहल, पहले से मौजूद सब्सिडी योजना का विस्तार होगी, जो टोक्यो के 23 वार्डों से ग्रामीण क्षेत्रों में जाने वाली महिलाओं को 7,000 डॉलर यानी यानी 5 लाख 87 हजार रुपए तक की पेशकश करेगी। इस कदम से नौकरी करने या अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए टोक्यो में रहने वाली युवा महिलाओं की प्रवृत्ति में कमी आने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जापान की राजधानी टोक्यो में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की संख्या ज्यादा हो गई है। ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं जो काम या अध्ययन के लिए टोक्यो चली गईं, वो आमतौर पर अपने गृहनगर या अन्य क्षेत्रों में वापस जाने के बजाय राजधानी को अपना स्थायी घर बना रही हैं, ऐसे में यहां महिलाएं ज्यादा हो गई हैं। इसलिए टोक्य़ो में सिंगल महिलाओं और गांवों में सिंगल पुरुषों की संख्या बढ़ गई है।
2020 की राष्ट्रीय जनगणना के मुताबिक टोक्यो को छोड़कर, जापान के 47 प्रान्तों में से 46 में, 15 से 49 वर्ष की आयु के बीच अनुमानित 9.1 मिलियन एकल महिलाएं थीं। ये समान आयु वर्ग के 11.1 मिलियन एकल पुरुषों की तुलना में लगभग 20 प्रतिशत कम है, कुछ क्षेत्रों में यह अंतर 30 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
Updated on:
29 Oct 2024 11:58 am
Published on:
30 Aug 2024 11:27 am
बड़ी खबरें
View Allविदेश
ट्रेंडिंग
