8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

​हमास से छूटा यह क़ैदी नहीं जानता कि जिनसे मिलने की खुशी है, वो बीवी और बेटियां अब दुनिया में ही नहीं…

Hamas Captivity : तबाही लाने वाली जंग मनुष्य को कैसे-कैसे हालात से दो चार करती है, इसका एक दर्दनाक पहलू सामने आया है, जब हमास की कैदी को आज़ाद किया गया तो उसे वो खुशी हो रही थी, जो उससे मिलने ही नहीं वाली थी।

2 min read
Google source verification

भारत

image

MI Zahir

Feb 09, 2025

Family of Hamas prisoner Eli Sharabi

Family of Hamas prisoner Eli Sharabi

Hamas Captivity: हमास की क़ैद (Captivity ) में 491 दिन बिताने के बाद,बंधन से आजाद हुए (release) एली शराबी को आखिरकार शनिवार की सुबह रिहा कर दिया गया, लेकिन इज़राइल ( Israel) में उनकी वापसी की खुशी एक सपने जैसी रही। उन्हें यह पता ही नहीं है कि 2023 में 7 अक्टूबर को हमास (Hamas) के हमले के दौरान उनकी बीवी और दो बेटियों की मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार, शराबी नामक शख्स को यह कहते हुए दिखाया गया, "मैं आज अपनी पत्नी और बेटियों के पास लौट कर बहुत खुश हूं," वे इस बात से पूरी तरह से अनजान है कि उसकी पत्नी, लीन और बेटियां, नोया (16) और याहेल (13) की किबुत्ज़ बेरी में उनके घर में हत्या कर दी गई थी। जैसे ही उन्हें मुक्त किया जाने वाला था, उन्हें यह भी सूचित किया गया कि उनके भाई, योसी शराबी की कैद में मृत्यु हो गई थी और उनका शरीर अभी भी ग़ाज़ा में रखा हुआ है।

युद्ध विराम समझौते के तहत 183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया

एली शराबी नवीनतम कैदी विनिमय समझौते के हिस्से के रूप में हमास से मुक्त किए गए तीन बंधकों में से एक है,जिसमें इज़राइल ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मध्यस्थता वाले युद्ध विराम समझौते के तहत 183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया है। अन्य दो बंधकों, ओहद बेन अमी और लेवी को इज़राइल में उनके परिवारों से दुबारा मिलने से पहले रेड क्रॉस को सौंप दिया गया था।

हमने परिवार के चार सदस्यों को खो दिया है...

शराबी के ब्रिटेन स्थित परिवार ने उनकी रिहाई पर उनके दुबले-पतले और कमजोर रूप को देख कर सदमे में होने की बात कही है। उनके भाई, शेरोन ने उनकी रिहाई के लिए अथक अभियान चलाया, उन्होंने द जेरूसलम पोस्ट को भावुकता से बताया, "एली शराबी परिवार का अंतिम अवशेष है, जो अभी भी ग़ाज़ा की कैद में रह रहा है। हमने परिवार के चार सदस्यों को खो दिया है। शब्बात टेबल के आसपास, पांच कुर्सियां ​​​​गायब हैं। उनमें से चार पर फिर कभी नहीं बैठा जाएगा।"

2 लाख से अधिक लोग मर चुके हैं

गौरतलब है कि ग़ाज़ा में इज़राइल के सैन्य अभियानों में कम से कम 47,000 फ़िलिस्तीनी मारे गए हैं और कुछ अनुमानों के अनुसार 2 लाख से अधिक लोग मर चुके हैं। उधर 19 जनवरी को युद्ध विराम समझौता शुरू होने के बाद से कुल 21 बंधकों और 566 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया गया है। युद्ध विराम के पहले चरण के अंत तक कुल 33 बंधकों और 1,900 कैदियों को मुक्त कर दिया जाएगा। युद्ध विराम तीन सप्ताह तक चलने की उम्मीद है।

ये भी पढ़ें:'अवैध प्रवासियों' को अमेरिका से निकालने के कारण बीच में ही नौकरियां छोड़ रहे भारतीय छात्र

Facebook Meta: फेसबुक की मालिकाना कंपनी मेटा अगले हफ्ते से दुनिया भर में छंटनी शुरू करेगी! भारत के इन दो शहरों में है ऑफिस