
अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के अतिरिक्त टैरिफ (ट्रंप टैरिफ) प्रभावी होने से ठीक पहले दुनियाभर के शेयर बाजारों में अस्थिरता का माहौल है। 'ट्रंप टैरिफ' नौ अप्रेल को भारतीय समय के अनुसार बुधवार सुबह करीब 9.50 बजे (अमरीका में आठ अप्रेल की आधी रात) से प्रभावी होना है। ट्रंप टैरिफ के जवाब में अमरीकी सामान पर चीन द्वारा लगाए गए 34 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ की घोषणा को वापस नहीं लेने के बाद ट्रंप प्रशासन ने अपनी धमकी पर अमल करते हुए चीन पर अतिरिक्त 50 फीसदी टैरिफ लागू करने का ऐलान कर दिया जो बुधवार से लागू होगा। यानी अब चीनी सामान पर अमरीका में 104 फीसदी टैरिफ लगेगा।
इससे पहले, राष्ट्रपति ट्रंप के अतिरिक्त टैरिफ पर नरम रुख के संकेत से दुनिया के शेयर बाजारों ने उत्साह दिखाया और मंगलवार को बाजार में अमंगल होने से बचा लिया। ट्रंप ने कहा था कि जापान बातचीत के लिए एक प्रतिनिधिमंडल वाशिंगटन भेजेगा। उन्होंने कहा कि चीन भी सौदा करना चाहता है, लेकिन उसे नहीं पता कि इसे कैसे शुरू किया जाए। 'हम उनके कॉल का इंतजार कर रहे हैं।' इस बयान ने निवेशकों में उम्मीद जगाई कि अमरीका अपने टैरिफ नीति पर नरमी दिखा सकता है और बाजार ने अपना रुख बदला। नैस्डैक 4.5 फीसदी चढ़ गया।
इधर, भारत में भी चौतरफा लिवाली और रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक में ब्याज दरों में कमी के संकेतों से शेयर बाजार ने करलट बदली और करीब डेढ़ फीसदी तक की छलांग लगाई। रिजर्व बैक की मौद्रिक समीक्षा समिति के फैसलों की घोषणा गवर्नर संजय मल्होत्रा बुधवार को करेंगे। माना जा रहा है कि केंद्रीय बैंक रेपो रेट में 25 आधार अंक की कटौती कर सकता है। लेकिन, जैसे ही खबर आई की ट्रंप ने चीन पर 104 फीसदी टैरिफ थोप दिया है, अमरीकी शेयर बाजार में बिकवाली शुरू हो गई और नैस्डैक करीब एक फीसदी गिर गया। एसएंडपी 500 और डाउ जोंस का भी यही हाल रहा। ये दोनों इंडेक्स भी अपनी 3 फीसदी इंट्राडे तेजी गंवाकर गिरावट में आ गए।
भारत में चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन द्वारा लगाए गए टैरिफ के सामने आने वाली कठिनाइयों को दूर करने के लिए भारत और चीन को एकजुट होने की जरूरत है। चीनी दूतावास के प्रवक्ता यू जिंग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'चीन और भारत के बीच आर्थिक और व्यापारिक संबंध पूरकता और पारस्परिक लाभ पर आधारित हैं। अमरीका टैरिफ का दुरुपयोग कर रहा है। इसका सामना करने के लिए दुनिया के दो सबसे बड़े विकासशील देशों को एक साथ खड़ा होना चाहिए।'
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 1089.18 अंक (1.49 फीसदी) की जबरदस्त तेजी के साथ 74,227.08 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 374.25 अंक (1.69 फीसदी) उछलकर 22535.85 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई की दिग्गज कंपनियों की तरह मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में भी मंगलवार को जमकर लिवाली हुई, जिससे मिडकैप 1.87 प्रतिशत की मजबूती के साथ 39,837.44 अंक और स्मॉलकैप 2.18 प्रतिशत की छलांग लगाकर 44,932.42 अंक हो गया।
राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा घोषित अतिरिक्त टैरिफ बुधवार नौ अप्रेल से लागू होना है। हालांकि 10 फीसदी बेसलाइन टैरिफ बीते पांच अप्रेल से लागू हो चुका है। इस बीच, ट्रंप की धमकियों का जवाब देते हुए चीन ने भी 'अंत तक लड़ने' की धमकी दी है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि अमरीका की धमकी 'गलती के ऊपर गलती' है और यह अमरीका की 'ब्लैकमेलिंग प्रकृति' को उजागर करती है। चीनी प्रवक्ता ट्रंप की उस धमकी का जवाब दे रहे थे जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि किसी देश ने अमरीका पर जवाबी टैरिफ लगाया तो अमरीका अतिरिक्त 50 फीसदी टैरिफ लगा देगा।
ट्रंप के सहयोगी और दुनिया के सबसे धनी उद्योगपति एलन मस्क ने ट्रंप के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो को 'ईंटों की बोरी से भी अधिक मूर्ख' कहा है।
Published on:
09 Apr 2025 07:41 am
बड़ी खबरें
View Allविदेश
ट्रेंडिंग
