
Attack drones
रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच 24 फरवरी 2022 को शुरू हुआ युद्ध 2 साल से ज़्यादा समय से जारी है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) यूक्रेन पर कब्ज़ा करना चाहते थे और इसी वजह से यह युद्ध शुरू हुआ। हालांकि 2 साल में भी रूस को यूक्रेन पर कब्ज़ा करने में कामयाबी नहीं मिली है पर रूस ने यूक्रेन में काफी तबाही मचाई है, जान-माल का नुकसान भी किया है। हालांकि रूस की सेना को भी इस युद्ध में काफी नुकसान हुआ है। यूक्रेन की सेना ने अपने देश के कई इलाकों से रूस की सेना को खदेड़ भी दिया है। यूक्रेन को लगातार मिले इंटरनेशनल सपोर्ट की वजह से युद्ध में उसे काफी मदद मिली है।
कुछ देशों ने यूक्रेन की काफी मदद की है जिनमें सबसे आगे अमेरिका (United States Of America) रहा है। पर अब अमेरिका की तरफ से यूक्रेन को दी जाने वाली मदद का बिल पास नहीं हो रहा है जिस वजह से यूक्रेन को युद्ध में मुश्किल हो रही है। पर यूके (UK) समेत कुछ अन्य देशों ने यूक्रेन की मदद जारी रखने की बात कह दी है। इसी के तहत यूके ने एक बड़ा फैसला लिया है।
10 हज़ार से ज़्यादा ड्रोन्स की करेगा सप्लाई
यूक्रेन की मदद के लिए यूके 10 हज़ार से ज़्यादा ड्रोन्स की सप्लाई करेगा। इनमें अटैक ड्रोन्स, फर्स्ट पर्सन व्यू ड्रोन्स, सर्विलांस ड्रोन्स और मैरीटाइम ड्रोन्स भी शामिल होंगे।
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Published on:
09 Mar 2024 12:07 pm
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