
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Photo: ANI)
The Washington Post: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) ने तुगलकी फरमान जारी करते हुए श्रम सांख्यिकी ब्यूरो की आयुक्त एरिका मैकएंटार्फर को बर्खास्त कर दिया। ट्रंप ने एरिका को बर्खास्त करते हुए कहा कि उन्होंने सरकार को बदनाम करने के लिए रोजगार को लेकर जारी किए गए आंकड़ों में हेराफेरी की। राष्ट्रपति ट्रंप के इस फैसले पर अमेरिका में थू-थू हो रही है। अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट ने अपने संपादकीय में ट्रंप के फैसले की निंदा की है। साथ ही, विस्तृत रिपोर्ट सामने रखा है।
अखबार ने ट्रंप प्रशासन के फैसले पर कटाक्ष करते हुए लिखा कि जब मौसम का पूर्वानुमान बारिश की भविष्यवाणी करता है तो आप छाता लेने का फैसला कर सकते हैं। इस भविष्यवाणी के लिए आप अपना टीवी नहीं तोड़ेंगे या फिर सिर्फ इसलिए मौसम वैज्ञानिको को नौकरी से नहीं निकालेंगे, क्योंकि आपको बारिश पसंद नहीं है, लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति ने कुछ ऐसा ही किया है। ट्रंप प्रशासन ने श्रम सांख्यिकी ब्यूरो की आयुक्त को नौकरी से सिर्फ इसलिए निकाल दिया क्योंकि आयुक्त एरिका मैकएंटार्फर ने राष्ट्रपति के मन मुताबिक रिपोर्ट जारी नहीं की।
अमेरिकी अखबार ने बताया कि जिन रिपोर्टों ने राष्ट्रपति ट्रंप को नाराज किया वह आकंड़े इकट्ठा करने की सामान्य प्रक्रिया मात्र भर हैं। अखबार ने बताया कि यह मासिक रिपोर्ट रोजगार को लेकर सर्वेक्षण पर आधारित है। जिसमें 1 लाख 19 हजार नियोक्ताओं के वेतन संबंध आंकड़े हैं।
अखबार ने अपने संपादकीय में लिखा- 'आदर्श स्थिति में प्रारंभिक अनुमान सटीक होते हैं, लेकिन गति और सटीकता के लिए यह एक अपरिहार्य समझौता है। किसी भी मामले पर नीति बनाने के लिए नीति निर्माताओं को आकंड़ों की जरूरत पड़ती है। भले ही वह आकंड़े अधूरे क्यों न हो'। अखबार ने लिखा कि पिछले दो दशकों में प्रारंभिक नौकरी वृद्धि अनुमान और अंतिम संशोधित आंकड़ों के बीच का अंतर कम हुआ है।
अखबार ने बताया कि अमेरिका में सांख्यिकीय एजेंसियों को पहले की तुलना में आंकड़े एकत्र करने में पहले के मुकाबले अब अधिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। अखबार ने कहा कि सर्वेक्षणों में प्रतिक्रिया दर तेजी से गिर रही है। कोरोना महामारी से पहले 60 फीसदी व्यवसायों ने सर्वेक्षणों का जवाब दिया था, जबकि कोरोना काल के बाद यह आंकड़ा घटकर 45 फीसदी से भी नीचे पहुंच गया। अखबार ने कहा कि जितनी कम प्रतिक्रियाएं आएंगी, अनुमान और भी खराब हो सकते हैं।
अखबार ने कहा कि अच्छे आंकड़े तैयार करने में पैसे खर्च होते हैं, लेकिन अमेरिका का दुर्भाग्य है कि ट्रंप प्रशासन बिल्कुल इसके विपरीत फैसले ले रहा है। वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने संघीय आर्थिक सांख्यिकी सलाहकार समिति को भंग कर दिया। यह समूह डेटा इकट्ठा करने के तरीकों को आधुनिक बनाने के लिए काम कर रहा था।
अखबार ने कहा कि मैकाएंटर्फर की बर्खास्तगी ने वाल स्ट्रीट को हिलाकर रख दिया है। भविष्य के आर्थिक आंकड़ों की विश्वसनीयता को कम कर दिया है। अखबार ने साफतौर पर लिखा कि सरकारी सांख्यिकीविदों को ऐसे आंकड़े बताने के लिए नहीं निकाला जाना चाहिए जो राष्ट्रपति को पसंद न हों। अखबार ने कहा कि राजनेता आर्थिक आकंड़ों के साथ खिलवाड़ करते हैं। यह देश की अर्थव्यवस्था के लिए घातक है।
अखबार ने इस पर तर्क देते हुए कहा कि ग्रीस ने वर्षों तक अपने बजट घाटे का आकार छिपाया। अर्जेंटीना ने नियमित रूप से मुद्रास्फीति के आंकड़े गढ़े। चीन ने वर्षों से अपनी विकास दर को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया है। इससे इन देशों में व्यापक आर्थिक परेशानी देखने को मिली है।
जेपी मॉर्गन चेज के मुख्य अमेरिकी अर्थशास्त्री माइकल फेरोली ने फेडरल रिज़र्व के अध्यक्ष जेरोम एच. पॉवेल को बर्खास्त करने की ट्रंप की लगातार धमकियों का ज़िक्र करते हुए कहा कि एक दोषपूर्ण इंस्ट्रूमेंट पैनल का होना उतना ही खतरनाक हो सकता है जितना कि एक आज्ञाकारी पक्षपातपूर्ण पायलट का होना।
ट्रंप प्रशासन ने बर्खास्तगी के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि वह इस हफ्ते नए नाम की घोषणा करने की योजना बना रहे हैं। व्हाइट हाउस के आर्थिक सलाहकार केविन हैसेट ने रविवार को "मीट द प्रेस" में कहा, "राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चाहते हैं कि उनके अपने लोग वहाँ मौजूद हों।"
लेकिन सीनेट को उस नामित व्यक्ति के चार साल के कार्यकाल की पुष्टि करनी होगी। जाँच-पड़ताल ज़रूरी है। आदर्श चयन वह व्यक्ति होगा, जिसकी बाजार में विश्वसनीयता हो, डेटा संग्रह में विशेषज्ञता हो और गैर-पक्षपाती स्वतंत्रता का एक सिद्ध रिकॉर्ड हो। सरकार के सांख्यिकीविदों को सच बोलने के साथ-साथ आधुनिकीकरण करने वाले भी होने चाहिए। आंकड़े जितने सटीक होंगे, लंबी अवधि में अमेरिकी अर्थव्यवस्था उतनी ही बेहतर होगी।
Updated on:
07 Aug 2025 04:11 pm
Published on:
07 Aug 2025 01:35 pm
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