Vat Purnima Vrat Upay 2025 : वट पूर्णिमा व्रत वट सावित्री व्रत के 15 दिन बाद मनाया जाता है। दक्षिण पश्चिम भारत में इसका अधिक प्रचलन है। इसका पूजा विधान वट सावित्री व्रत की तरह ही है।
इसके अलावा उत्तर भारत में भगवान शंकर, भगवान विष्णु की पूजा, स्नान, दान की परंपरा है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान से व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसके सभी पापों का नाश हो जाता है। इसके साथ ही इस दिन दान से पितरों को मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही वट पूर्णिमा के उपाय से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं, आइये जानते हैं कैसे करें
ज्येष्ठ पूर्णिमा का दिन ऐसे लोगों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है जिनका विवाह होते होते रूक जाता है या फिर उसमें किसी प्रकार की कोई बाधा आ रही होती है। ऐसे लोग ज्येष्ठ पूर्णिमा पर सफेद कपड़ा पहनकर शिवजी का अभिषेक करें और महादेव की पूजा करें तो विवाह में आने वाली हर समस्या दूर हो सकती है। आइये जानें ज्येष्ठ पूर्णिमा के विशेष उपाय
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार पीपल के पेड़ में आज के दिन भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी निवास करती हैं। इसलिए यदि कोई व्यक्ति एक लोटे में पानी भर कर उसमें कच्चा दूध और बताशा डालकर पीपल के पेड़ को अर्पित करता है तो इससे उस व्यक्ति को रुका हुआ धन प्राप्त होगा और उसे बिजनेस में भी लाभ मिलेगा।
वट पूर्णिमा की रात दंपती को चंद्र देव को दूध से अर्घ्य देना चाहिए। इससे उनके जीवन में आ रही हर छोटी-बड़ी परेशानी दूर हो जाएगी। यह काम चाहे पति या पत्नी कोई भी कर सकता है।
वट पूर्णिमा की रात यदि कोई किसी कुएं में एक चम्मच दूध डालता है तो उसका भाग्य चमक सकता है। साथ ही यदि उसे किसी भी जरूरी कार्य में कोई बाधा आ रही होती है तो वो भी तुरंत दूर हो जाती है।
यदि किसी जातक की जन्म कुंडली में ग्रह दोष है तो उसे दूर करने के लिए वट पूर्णिमा पर पीपल और नीम की त्रिवेणी के नीचे विष्णु सहस्त्रनाम या शिवाष्टक का पाठ करना चाहिए।
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी की तस्वीर पर 11 कौड़ियां चढ़ाकर उस पर हल्दी से तिलक लगाएं। इसके बाद अगली सुबह इन्हें किसी लाल कपड़े में बांध कर अपनी तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी होती है।
यदि आपके घर में रोजाना क्लेश होते हैं तो आज रात भगवान विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा करें। साथ ही अपने घर में घी का एक दीपक जलाएं। इससे घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी और रिश्तों में आ रही परेशानियां भी धीरे-धीरे कम होने लगेंगी।
वट पूर्णिमा व्रत में विधि विधान से वट वृक्ष की पूजा और व्रत से पति को लंबी उम्र मिलती है।
Published on:
10 Jun 2025 12:05 pm