इसके अलावा विश्वनाथ मंदिर में बिजली कार्य के लिए बिजली मिस्त्री को संविदा पर रखने, भण्डार गृह में सामग्रियों के रख रखाव, नए खाते न खोलने, अर्चकों के मानदेय बढाने पर एवं उपस्थिति के आधार पर मानदेय देने और सेवा नियमावली के संबंध में सभी न्यासियों के साथ मिटिंग करने, मंदिर व्यवस्था एवं साफ सफाई, मंदिर में चढाये जाने वाले गुणवत्तायुक्त कच्चे दूध व दही के लिए किसी गौशाला से कांट्रैक्ट करने, पराग या अमूल के दूध चढानें पर रोक लगाने पर भी विचार किया गया। साथ ही मंदिर के खुलने व बंद होने का समय निर्धारित करने, पूजा पाठ में पंचोपचार एंव षोडसोपचार विधि अपनाकर पूजा को और विशेष बनाने, पूजा के लिए नये आचार्य एंव शास्त्रियों की नियुक्ति जो कम से कम पी.एच.डी हो तथा उसके लिए 6 माह का प्रशिक्षण चन्द्रमौली द्वारा दिलाने, बाबा की डायरी और कैलेंडर छपवाकर उसके वितरण करने पर विचार किया गया। अब इन प्रस्तावों को शासन को भेजा जाएगा ताकि इस पर मुहर लग सके।