जयपुरPublished: Feb 15, 2019 07:26:27 pm
manish singh
फूड सप्लीमेंट्स पर लंबे समय से बहस चल रही है। 2015 में छपी न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन की रिपोर्ट के अनुसार डाइट्री सप्लीमेंट् से औसतन 23 हजार लोग इमरजेंसी में इलाज के लिए पहुंचते हैं। इसमें हृदय और रक्त वाहिका संबंधी तकलीफ के मरीज अधिक होते हैं
हैल्थ सप्लीमेंट के फायदे और नुकसान को लेकर पूरी दुनिया में बहस चल रही है। अमरीकी खाद्य जांच एजेंसी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने डाइट्री सप्लीमेंट्स के खिलाफ शिकंजा कस दिया है। अमरीका में डाइट सप्लीमेंट्स उद्योग का सालाना कारोबार करीब 3,539 अरब रुपए का है। हैल्थ सप्लीमेंट के बढ़ते बाजार को देख एफडीए ने जनहित में ये कदम उठाया है। उसे सूचना मिली है कि बाजार में बिकने वाले फूड सप्लीमेंट्स में प्रतिबंधित दवाएं और दूसरे तत्त्व मिले हुए हैं जिससे स्वास्थ्य को नुकसान हो रहा है, जबकि कंपनियां लोगों को सिर्फ इसके फायदों के बारे में बताकर मुनाफा कमा रही हैं।