अरविंद दुगारिया. आगर-मालवा
सरकारी स्कूलों से प्रतिवर्ष बच्चों की संख्या घटती जा रही है। सरकार सहित शिक्षा विभाग बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिले के लिए रिझाने की लाख कोशिशें कर ले लेकिन धरातल पर नतीजे सिफर साबित हो रहे हैं। यहीं कारण है कि बच्चे सरकारी स्कूल में पढऩे से अब जी चुरा रहे हैं। सरकारी स्कूलों में नामांकन कम हो रहा है, जबकि क्षेत्र में निजी स्कूलों की भरमार होती चली जा रही है। जानकारों का मानना है कि सरकारी स्कूलों मे बच्चों का नामांकन कम होने का प्रमुख कारण आरटीई भी है।