
आगरा। Agra Yamuna expresswaybus accident के बाद जांच कमेटी गठित कर दी गई है। हादसे के कारण तलाशे जा रहे हैं। जांच कमेटी को आदेश दिया गया है कि 24 घंटे में घटना के कारण सामने लाए जाएं। हादसा क्यों हुआ, लापरवाही किसकी रही, इन सभी सवालों के जवाब मिल सकें। इस हादसे से जुड़ा एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। हालांकि जिलाधिकारी आगरा एनजी रवि कुमार पहले ही बता चुके हैं, कि बस चालक की झपकी के कारण ये हादसा हुआ, लेकिन बड़ी सूचना ये भी आ रही है कि बस की रफ्तार भी इस हादसे का कारण बनी। चालक ने महज तीन मिनट में आठ किमी की दूरी तय की।
इस तरह हुआ खुलासा
ये बस लखनऊ से दिल्ली जा रही थी। लखनऊ एक्सप्रेस वे से यमुना एक्सप्रेस वे को जोड़ने वाले इनर रिंग रोड के टोल प्लाजा को इस बस ने 4.02 बजे पार किया। घटनास्थल के करीब तैनात गार्ड के मुताबिक बस 4.05 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गई। अब देखा जाए, तो इनर रिंग रोड टोल प्लाजा से जहां बस दुर्घटनाग्रस्त हुई यानि Yamuna Expressway स्थित झरना नाले की दूरी 8 किमी है। इस दूरी को तय करने में चालक को महज तीन मिनट लगे। यानि बस करीब 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से यमुना एक्सप्रेस वे पर दौड़ रही थी।
झपकी और तेज रफ्तार
Yamuna Expressway पर लगभग 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ती यूपी रोडवेज की जनरथ के चालक कृपाशंकर को नींद की झपकी आती है। स्पीड इतनी अधिक थी, कि चालक बस से नियंत्रण खो देता है। बस Yamuna Expressway के झरना नाले के पुल की रेलिंग को देख ही नहीं पाता है। बस रेलिंग से करीब 50 मीटर तक घिसटती है और इसके बाद रेलिंग के उपर से पलट कर 35 फीट नीचे झरना नाले में गिरती है। सभी तथ्यों को ध्यान में रखा जाए, तो साफ पता लगता है कि चालक की झपकी और ओवरस्पीड इस हादसे का कारण बनीं।
Published on:
09 Jul 2019 07:56 am
बड़ी खबरें
View Allआगरा
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
