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सफेद चादर में छिप गया ताजमहल, आगरा में कोहरे का कहर; अधूरे रह गए हजारों पर्यटकों के सपने

Agra Weather Forecast: आगरा में घने कोहरे के कारण ताजमहल पूरी तरह नजरों से ओझल हो गया। दृश्यता शून्य रहने से देशी-विदेशी पर्यटक ताजमहल का दीदार नहीं कर सके और लंबे सफर के बाद मायूस होकर लौटते नजर आए।

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आगरा

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Mohd Danish

Dec 15, 2025

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सफेद चादर में छिप गया ताजमहल | Photo Video Grab

Agra fog taj mahal visibility zero: उत्तर प्रदेश के आगरा में मौसम ने ऐसा मिजाज बदला कि पूरे शहर की तस्वीर ही धुंधली हो गई। घने कोहरे ने आगरा को अपनी गिरफ्त में ले लिया और यमुना किनारे खड़ा विश्व प्रसिद्ध ताजमहल पूरी तरह से नजरों से ओझल हो गया। दृश्यता लगभग शून्य रही, जिससे सुबह-सुबह ताजमहल देखने पहुंचे देशी और विदेशी पर्यटक स्तब्ध रह गए।

कोहरे में समा गई मोहब्बत की निशानी

मोहब्बत की अमर पहचान ताजमहल सुबह किसी रहस्यमयी परदे के पीछे छिपा हुआ प्रतीत हुआ। चारों ओर फैला घना कोहरा ऐसा लग रहा था मानो उसने ताजमहल को अपने आंचल में समेट लिया हो। पर्यटक जहां उसकी विहंगाम सुंदरता और संगमरमर की चमक देखने की आस लेकर पहुंचे थे, वहां उन्हें सिर्फ सफेद धुंध का सैलाब ही दिखाई दिया।

आंखों और कैमरों की हर कोशिश नाकाम

सुबह से ही आगरा की फिजा में कोहरा किसी रहस्यमयी दीवार की तरह टंगा रहा। पर्यटक बार-बार आंखें गड़ाकर सामने देखने की कोशिश करते रहे। किसी ने मोबाइल कैमरे का ज़ूम बढ़ाया, तो कोई कोहरे के छंटने का इंतजार करता रहा, लेकिन मौसम के आगे हर प्रयास बेबस नजर आया। ताजमहल मानो केवल कल्पना में ही दिखाई दे रहा था।

पहली बार आए पर्यटक लौटे मायूस

महाराष्ट्र के सोलापुर से आईं कविता तिवारी ने बताया कि वे पहली बार आगरा आई थीं और ताजमहल देखने का सपना लेकर यहां पहुंची थीं। लेकिन घने कोहरे की वजह से उन्हें ताजमहल की एक झलक तक नसीब नहीं हुई। उन्होंने निराशा जाहिर करते हुए कहा कि पूरा सफर मानो व्यर्थ चला गया।

गेट तक सिमट कर रह गया दीदार

बेंगलुरु से आईं शारदा ने कहा कि कोहरे के कारण वे सिर्फ ताजमहल का बाहरी गेट ही देख पाईं। उसके आगे सब कुछ सफेद धुंध में गुम था। उनके चेहरे पर साफ झलक रही निराशा इस बात का संकेत थी कि सपनों की तस्वीर आंखों के सामने आते-आते बिखर गई।

ठंड और कोहरे ने बढ़ाई परेशानी

ओडिशा के कटक से आईं रेखा वेंकटेश ने बताया कि आगरा पहुंचते ही ठंड और कोहरे ने हालात और मुश्किल कर दिए। इतना घना कोहरा था कि ताजमहल तो दूर, आसपास का नजारा भी साफ नजर नहीं आ रहा था। उन्होंने कहा कि इस मौसम ने उनके पूरे भ्रमण अनुभव को फीका कर दिया।

लंबे सफर के बाद भी अधूरा अनुभव

हैदराबाद से आए नागराज ने भी अपनी पीड़ा साझा करते हुए कहा कि घना कोहरा उनके लिए सबसे बड़ी निराशा बन गया। लंबा सफर तय करने के बाद भी वे ताजमहल का दीदार नहीं कर सके। उनके शब्दों में उस कसक की झलक थी, जो अधूरी उम्मीदों के साथ लौटने पर महसूस होती है।

कोहरे की कैद में रहा पर्यटन शहर

पर्यटन पर निर्भर आगरा की वह सुबह कोहरे की कैद में सिमटी रही। ताजमहल अपनी जगह अडिग खड़ा रहा, लेकिन पर्यटकों की आंखों से दूर। ऐसा प्रतीत हुआ मानो कोहरा संदेश दे रहा हो कि उस दिन ताजमहल नहीं, बल्कि सिर्फ इंतजार और मायूसी ही पर्यटकों के हिस्से में आएगी।