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AGRA NEWS: सिर्फ मुगल से शिवाजी हुआ म्यूजियम का नाम, करोड़ों का सामान खराब, नहीं हुआ तीन साल में काम

AGRA NEWS:आगरा में छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर मुगल म्यूजियम का नाम बदला जाने के बाद से कोई काम नहीं हुआ है।

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आगरा

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Avinash Jaiswal

May 18, 2023

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म्यूजियम का काम बंद पड़ा है

AGRA NEWS:आगरा में अखिलेश यादव द्वारा मुगल म्यूजियम की नींव डालने के बाद भाजपा की योगी सरकार ने सिर्फ नाम बदला है पर बीते तीन सालों में यहां कोई काम नहीं हुआ है। हालांकि बीते विधानसभा और नगर निकाय चुनाव में खुद मुख्यमंत्री म्यूजियम का नाम बदलने की बात बोलकर श्रेय ले चुके हैं। यहां बेसमेंट में पानी भरा हुआ है और खुले में पड़े तमाम एसी खराब हो चुके हैं। यही हाल यहां रखे रॉ मेटेरियल जैसे सीमेंट, सरिया आदि का भी है। बताया जा रहा है की बजट न मिलने के कारण कंपनी ने काम रोक रखा है। विश्व संग्रहालय दिवस पर हमने म्यूजियम की वर्तमान स्थिति की जानकारी की...

पहले जानिए पूरा मामला

बीती सपा सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आगरा के शिल्पग्राम रोड पर मुगल म्यूजियम की शिला रखी थी। उस समय उन्होंने आगरा में मुगल इतिहास को जीवित रखने और धरोहर संजोने के लिए म्यूजियम बनाने की बात कही थी। राजकीय निर्माण निगम द्वारा इसका निर्माण किया जा रहा था। 2017 में सरकार बदलने के बाद बजट के अभाव में म्यूजियम का काम लटक गया था। साल 2020 में आगरा मंडल के विकास कार्यों की समीक्षा के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग कर मीटिंग में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने म्यूजियम के नाम अताताइयों जैसा होने की बात कहते हुए इसका नाम छत्रपति शिवाजी महाराज करने को कह दिया। शासन ने तत्काल आदेश जारी कर दिए। नाम बदलने का मामला पूरे देश में चर्चा का विषय बना था।

नहीं हुआ एक भी काम

बताया जाता है की म्यूजियम का पहले बजट 140 करोड़ था पर बाद में रुड़की की टीम द्वारा जांच में इसमें कमियां पाई गई थी और काम सही कर निर्माण के लिए 170 करोड़ का बजट कर दिया गया था।

पत्र भेजने के बाद भी नहीं मिला बजट

प्री-कास्ट तकनीक से बन रहे प्रदेश के पहले सरकारी भवन का काम राजकीय निर्माण निगम ने टाटा प्रोजेक्ट्स और बाला जी को सौंप रखा है। वर्तमान में यहां के सुरक्षा के लिए तैनात कर्मचारी सचिन कुमार ने बताया की बजट न मिलने के कारण तीन साल से कंपनी ने यहां काम रोक रखा है। अनुमान लगाया जाए तो एक करोड़ से ज्यादा का सामान रखे - रखे खराब हो चुका है। पहले 5.9 एकड़ की जमीन में 141.89 करोड़ से म्यूजियम बनाना था और बाद में इसका बजट 172 करोड़ कर दिया गया था। बकाया न मिलने के चलते अभी काम शुरू नहीं हुआ है।

हमारी टीम ने जब म्यूजियम के अंदर जाकर देखा तो हालत काफी बदतर थे। रखे रहने से सीमेंट आदि सामान खराब हो गया था और तमाम लोहे की सरियां बारिश के पानी में जंग खा रही थी। बेसमेंट में बारिश का पानी भरा हुआ था और खुले में रखे तमाम एसी बेकार हो चुके नजर आ रहे थे।

सिर्फ राजनीति के आया काम

स्थानीय निवासी राजेश पराशर ने बताया की म्यूजियम में मार्बल फ्लोरिंग, फायर फाइटिंग सिस्टम, वाल पेंटिंग, लिफ्ट, साइट डेवलपमेंट जैसे तमाम काम अभी पेंडिंग पड़े हुए हैं। शिवाजी महाराज का आगरा में कैद होने और यहां से भाग कर जाने का इतिहास मिलने की पुष्टि के बाद म्यूजियम का नाम बदलना लगातार चर्चा में रहा है और भाजपा ने चुनावी प्रचार रैलियों के मंच से इसका नाम भुनाने का प्रयास किया है। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा और नगर निकाय चुनाव में म्यूजियम का नाम मुगल से बदलकर शिवाजी करने का श्रेय पार्टी को दिया है। हालांकि मामले में भाजपा के ज्यादातर नेता जल्द काम पूरा होने की बात ही कह रहे हैं पर काम बंद होने के बारे में कोई टिप्पणी नहीं कर रहा है।