
आगरा। फूलपुर और गोरखपुर के उपचुनाव में बुआ और भतीजे का साथ हुआ तो अंबेडकर जयंती पर दलितों को एकता का संदेश कुछ इस तरह दिया गया। चक्कीपाट बिजलीघर से निकाली गई शोभायात्रा में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती की झांकी चर्चा में रही। इस झांकी ने सबसे अधिक सुर्खियां बंटोरीं। लोकसभा चुनाव 2019 के लिए मायावती और अखिलेश का एक साथ चुनावी मैदान में आना तय माना जा रहा है। ऐसे में दलितों को इस झांकी के माध्यम से ये पैगाम देने की कोशिश की गई।
दिल्ली के सीएम करेंगे भीमनगरी का उदघाटन
अंबेडकर जयंती के मौके पर आगरा में तीन दिन तक चलने वाला भीमनगरी महोत्सव मनाया जाता है। रविवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भीम नगरी का शुभारंभ करेंगे। ये पहला मौका है जब आम आदमी पार्टी आगरा में किसी महोत्सव में शामिल होगी। इससे पहले शनिवार रात को शुरू हुए कार्यक्रम रविवार सुबह तक चले। शनिवार रात 10 बजे के बाद चक्कीपाट बिजलीघर से शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में 100 झांकियां थी, इसमें से एक झांकी में रथ पर पूर्व सीएम अखिलेश यादव हैं, उनके पीछे पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव हैं। इस झांकी पर लिखा है कि वक्त की पुकार, साथ ही कांशीराम और मुलायम सिंह का गले मिलते हुए का फोटो है।
केंद्र सरकार को लिया आड़े हाथ
शोभायात्रा में केंद्र सरकार को आड़़े हाथ लेते हुए जीएसटी की झांकी भी शामिल थी। जीएसटी के लागू होने से हुए नुकसान और परेशानियों को बयां किया गया है। एक झांकी में नशा सहित सामाजिक कुरीतियों को लेकर संदेश दिए गए। रात को प्रारंभ हुई शोभायात्रा सुबह भीम नगरी जगदीशपुरा पहुची। इस दौरान एससी आयोग के अध्यक्ष और भाजपा के सांसद डाॅ. कठेरिया ने 127 किलो का केक काटा। उन्होंने कहा कि जो भी निर्दोष दो अप्रैल को हुई भारत बंद हिंसा में पकड़े गए हैं उन्हें जेल से छुड़ाया जाएगा।
Published on:
15 Apr 2018 10:37 am
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