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ध्रुव चरित्र सुन भक्तों की आंखों की बही अश्रुधारा, देखें तस्वीरें

श्रीमद्भागवत कथा में तीसरे दिन हुआ ध्रुव पर कृपा, अजामिल चरित्र, वृत्तासुर स्तुति, प्रह्लाद भक्ति व नृसिंह अवतार की कथा का वर्णन

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आगरा

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Dhirendra yadav

Aug 07, 2019

Balak Dhruv story

व्यास पीठ पर बैटी वृन्दावन की कथावाचक श्रद्धेय कीर्तिकिसोरी जी ने कहा कि मोह-माया के बजाय यदि आसक्ति श्रीहरि में की जाए तभी लाभकारी हो सकती है। श्रीहरि हमें सभी शरण में जाने के लिए मन के विकारों को दूर करना जरूरी है। कृष्ण का पाना है तो कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं।

Balak Dhruv story

मन को टटोलिए। खुद के अन्दर पवित्र भाव से झांकिए, श्रीहरि के दर्शन हो जाएंगे। खुद को खुद से (श्रीहरि से) जोड़ने की ही कथा श्रीमद्भागवत है। हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता... के माध्यम से बताया कि इस कथा का कोई पार नहीं है।

Balak Dhruv story

उन्होंने सत्संग की महिला का वर्णन पापी ब्राह्मण अजामिल चरित्र के माध्यम से बताया। प्रह्लाद चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी मां के गर्भ में ही नारद जी द्वारा ज्ञान प्राप्त कर लिया था।

Balak Dhruv story

प्रह्लाद द्वारा बतायी गई भगवान विष्णु की नौ प्रकार की भक्ति के बारे में बताया। अंत में आरती कर सभी भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया।

Balak Dhruv story

इस अवसर पर मुख्य रूप से रामप्रकाश अग्रवाल, सुनील, उमेश बंसल, राकेश दालवाले, महावीर मंदल, आलोक बाबू, हेमलता शालिनी, नीतू, नीलम, राधा, शकुंतला आदि उपस्तित थीं।