
आगरा में चावल व्यापारी की रहस्यमयी मौत का खुलासा करती पुलिस।
Agra News: आगरा में आत्महत्या का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। आपने अक्सर देखा होगा कि लोग गूगल पर बहुत जरूरी जानकारी सर्च करते हैं। बडों के अलावा 5 साल के बच्चे तक मोबाइल में अलग-अलग कई प्रकार की जानकारी सर्च करते हैं। सीखने और विषय को समझने के लिए मोबाइल जितना आवश्यक है। सेहत के लिए यह उतना ही खतरनाक साबित होता जा रहा है। आगरा में एक ऐसा ही रूह कंपाने वाला मामला सामने आया है। यहां तीन दिन पहले हाईवे पर अपनी ही क्रेटा कार में मृत मिले व्यापारी की मौत का राज पुलिस ने उसके ही मोबाइल से निकाला है। शुक्रवार को अधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी।
पुलिस ने एत्मादपुर हाईवे पर मोतीगंज के चावल व्यापारी मनु अग्रवाल का कार में गला कटा शव मिलने की गुत्थी सुलझा दी है। पुलिस ने बताया कि व्यापारी ने आत्महत्या की थी। वो अपनी बीमारी के चलते अपने दर्द से परेशान था। सुसाइड से एक घंटा पहले ही उसने चाकू खरीदा था। इतना ही नहीं उसने गूगल पर सर्च किया था कि गला काटने पर कितना दर्द होता है। पुलिस ने व्यापारी के चाकू खरीदने का सीसीटीवी और उसकी मोबाइल की सर्च हिस्ट्री से केस का खुलासा किया।
दरअसल, 12 सितंबर की रात करीब साढे़ आठ बजे एत्मादपुर हाईवे पर सफेद रंग की क्रेटा कार में बल्केश्वर निवासी चावल व्यापारी मनु अग्रवाल का शव मिला था। मनु के गर्दन पर चाकू के कट का निशाना था। उनके एक साथ में खून से सना चाकू था। पुलिस इस हत्या और आत्महत्या दोनों एंगल से जांच कर रही थी। डीसीपी पश्चिम सोनम कुमार ने बताया कि घरवालों ने बताया था कि मनु अग्रवाल लंबे समय से अवसाद में थे। उन्हें बीमारी थी, जिसका इलाज चल रहा था। ऐसे में आत्महत्या की संभावना ज्यादा लग रही थी।
पुलिस ने दुकान से लेकर घटनास्थल तक चेक किए 200 सीसीटीवी
पुलिस ने उनके दुकान से लेकर घटना स्थल तक के करीब 200 सीसीटीवी चेक किए। इसमें उन्हें कमला नगर के चांदनी चौक पर एक बर्तन की दुकान पर सीसीटीवी मिला। सीसीटीवी में दिख रहा है कि मनु ने रात साढे सात बजे दुकान से चाकू खरीदा। पुलिस ने दुकान संचालक से भी पूछताछ की। सीसीटीवी से पता चला कि वो कार में अकेले ही था। वो चाकू लेकर कार से एत्मादपुर पहुंचे। वहां पर उसने चाकू से अपना गला काट लिया। एक साल में 25 किलो वजन कम हुआ था परिजनों ने पुलिस को बताया था कि करीब एक साल से मनु को बीमारी के बारे में पता चला था। तब से वो अवसाद में था। उस समय उसका वजन करीब 80 किला था, लेकिन टेंशन के चलते एक साल में उसका वजन घटकर 55 किलो तक आ गया था।
गूगल पर सर्च किया ‘गला काटने पर कितना दर्द होगा’
डीसीपी ने बताया कि मनु अग्रवाल के मोबाइल की सर्च हिस्ट्री को खंगाला गया। इसमें पता चला कि मनु ने सुसाइड से पहले गूगल पर सर्च किया था कि गला काटने पर कितना दर्द होता है। पूरा सर्च और जानने के बाद ही उसने गला काटा। डीसीपी ने बताया कि मनु को एक बीमारी थी। इस बीमारी में उसके बहुत ही असहनीय दर्द होता था। उसकी दवाई भी चल रही थी। वो अक्सर अपने दोस्तों और घरवालों से कहता था कि उसे दर्द से मुक्ति चाहिए। घर वाले भी उसको लेकर परेशान रहते थे। वो अक्सर दर्द से मुक्ति पाने के लिए कहता था।
पुलिस ने कॉल डिटेल के अलावा व्यापारी का सोशल मीडिया एकाउंट चेक किया। व्हाट्स एप कॉल देखे। मगर, घटना वाले दिन कोई कॉल नहीं था। गूगल सर्च में एक दवा निकली। यह तनाव की बीमारी से संबंधित थी। इसके अलावा मानसिक रोग अस्पताल के स्क्रीन शॉट भी निकले हैं। एक फिजियोथैरेपी सेंटर का भी स्क्रीन शॉट लिया गया था। यह मोबाइल की गैलरी में मिले हैं।
व्यापारियों के बारे में जानकारी जुटा रही पुलिस
थाना प्रभारी निरीक्षक विजय विक्रम सिंह ने बताया कि कार में चालक सीट पर व्यापारी मृत मिले थे। उनका गला कटा हुआ था। बाएं हाथ में खून से सना चाकू था। खून आगे की सीट पर फर्श पर पड़ा हुआ था। इसके अलावा कहीं और खून नहीं मिला। व्यापारी के एत्मादपुर तक आने के रास्ते के सीसीटीवी फुटेज देखे गए।
कमला नगर के फुटेज में वो अकेले ही नजर आए। कॉल डिटेल में 7-8 नंबर मिले हैं। इनमें एक उनके भाई विष्णु अग्रवाल का था। उन्होंने घटना से कुछ देर पहले फोन किया था। इसके अलावा अन्य व्यापारियों के नंबर भी मिले हैं। पुलिस अब इन व्यापारियों के बारे में जानकारी जुटा रही है।
आगरा से प्रमोद कुशवाह की रिपोर्ट
Updated on:
15 Sept 2023 09:41 pm
Published on:
15 Sept 2023 09:40 pm
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