
चोरी के एक प्रकरण में पांच हजार रुपए के इनाम की घोषणा की गई।
आगरा। यूपी सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का चूना लगाया जा रहा है। आयुर्वेदिक चूरन के नाम पर लोगों को भांग खिलाई जा रही है। भांग के लिए सरकार लाइसेंस आवंटित करती है और राजस्व की वसूली करती है। लेकिन, दो रुपये की पुड़िया में राजस्व को चूना लगाते हुए सरेआम भांग बेची जा रही है। विभाग भी इस पर एक्शन नहीं ले रहे हैं।
हितकारी की पुड़िया में दो प्रतिशत भांग
भांग के लिए दिए जाने वाले लाइसेंस का शुल्क सरकार तय करती है। सरकारी ठेके का आवंटन होता है। भांग के ठेकों से होने वाली आय का राजस्व सरकारी खजाने तक पहुंचता है। लेकिन, हितकारी की पुड़िया में भांग की मात्रा जानते हुए विभाग कोई एक्शन नहीं उठा रहे हैं। शहर में हितकारी की पुड़िया जगह जगह बने खोखों पर मिल रही है। आयुर्वेदिक चूरन के नाम पर इसमें खुलेआम भांग बेची जा रही है। जब इस संबंध में जिला यूनानी एवं आयुर्वेद अधिकारी डॉ. नरेंद्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पैकेट पर जीएसटी नंबर, कंपनी का पूरा पता, फर्म का पता, जनपद, कंपनी का रजिस्ट्रेशन और ड्रग रजिस्टेशन होना जरूरी है। यदि हितकारी पुड़िया पर ये नहीं है तो ये गैरकानूनी है।
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गुमराह कर रही कंपनी
हितकारी की पुड़िया पर कंपनी द्वारा जो जानकारी दी जा रही है वो गुमराह करने वाली है। पुड़िया पर मैन्यूफैक्चर्ड के नाम पर विश्व हितकारी फार्मेसी डॉट एमटीआर छापा गया है। ये कहां से निर्मित होती है कोई जानकारी नहीं दी गई। वहीं इसका नाम आयुर्वेदिक उदर हितकारी एंटी गैस चूरन दिया गया है। पुड़िया पर फ्रॉम गर्वंमेंट कॉन्ट्रेक्टर आईएच यूज्ड ईडी पाल्क दिया गया है। ड्रग लाइसेंस नहीं दिया गया है। गुमराह करने के लिए डीएल नंबर ए 969 83 दिया गया है। वहीं वाकायदा परामर्श के लिए चिकित्सक के परामर्श से लें भी अंकित किया गया है।
Published on:
28 Jun 2018 07:18 pm
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