गौरतलब है कि आगरा में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर समाजवादी पार्टी की कुशल यादव ने जीत हासिल की थी। लेकिन, अक्टूबर महीने में वो निर्वतमान हो गई। उनके लिए भारतीय जनता पार्टी के समर्थित सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। जिस पर वोटिंग के बाद अविश्वास प्रस्ताव पास हुआ था। अविश्वास प्रस्ताव पास होने के चलते निर्वतमान जिला पंचायत अध्यक्ष कुशल यादव को कुर्सी से अपदस्थ कर दिया गया। जिला पंचायत का भार अभी जिलाधिकारी आगरा पर है। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने नगर निकाय चुनाव की घोषणा करने के दौरान आगरा से संकेत दिए थे कि जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव दिसम्बर में कराया जाएगा। भाजपा को नगर निकाय चुनाव में भारी जीत मिली, ऐसे में वो चाहती है कि जल्द से जल्द जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव भी संपन्न हो।
समाजवादी पार्टी जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में अपनी लड़ाई जारी रखेगी। निर्वतमान जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि और सपा के वरिष्ठ नेता राजपाल यादव ने कहा था कि जब भी चुनाव होंगे, वे मैदान में दिखाई देंगे। चुनाव की लड़ाई में वे मजबूती से खड़े होंगे। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने अभी तक जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए अपने पत्ते नहीं खोले हैं कि उनकी तरफ से किसे अध्यक्ष पद के लिए खड़ा किया जाएगा।