आज से शुरू होगा अभियान
सीएमओ मुकेश कुमार वत्स ने बैठक में बताया कि जिले में गैर संचारी रोगों के संदर्भ में नागरिकों को जागरूक करने, बचाव, निदान व उपचार के लिए 16 जनवरी से गैर संचारी रोग स्क्रीनिंग अभियान शुरू होगा। इसकी जिम्मेदारी प्रशिक्षित चिकित्सक, एएनएम व आशा कार्यकर्ता को सौंपी गई है। उन्होंने गैर संचारी रोगों (डायबिटीज, हाइपरटेंशन, कैंसर व लकवा) के नियंत्रण के लिए रोगियों की जल्द ही स्क्रीनिंग को बेहद जरूरी बताया। इसके लिए सभी अधिकारियों को आवश्यक कार्ययोजना बनाते हुए निर्देश दिए।
सीएमओ मुकेश कुमार वत्स ने बैठक में बताया कि जिले में गैर संचारी रोगों के संदर्भ में नागरिकों को जागरूक करने, बचाव, निदान व उपचार के लिए 16 जनवरी से गैर संचारी रोग स्क्रीनिंग अभियान शुरू होगा। इसकी जिम्मेदारी प्रशिक्षित चिकित्सक, एएनएम व आशा कार्यकर्ता को सौंपी गई है। उन्होंने गैर संचारी रोगों (डायबिटीज, हाइपरटेंशन, कैंसर व लकवा) के नियंत्रण के लिए रोगियों की जल्द ही स्क्रीनिंग को बेहद जरूरी बताया। इसके लिए सभी अधिकारियों को आवश्यक कार्ययोजना बनाते हुए निर्देश दिए।
आशा कार्यकर्ता क्षेत्र के सभी घरों में करेंगी भ्रमण
सीएमओ ने बताया कि अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ताओं द्वारा अपने कार्य क्षेत्र के सभी घरों का भ्रमण कर परिवार फोल्डर बनाया जाएगा। 30 साल से अधिक आयु वर्ग के पुरुषों और महिलाओं का सीबैक फॉर्म भरा जाएगा। इस फॉर्म को कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर या एएनएम के पास जमा किया जाएगा। एक माह तक चलने वाले इस अभियान की समीक्षा डीएम द्वारा प्रत्येक सप्ताह किया जाएगा।
सीएमओ ने बताया कि अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ताओं द्वारा अपने कार्य क्षेत्र के सभी घरों का भ्रमण कर परिवार फोल्डर बनाया जाएगा। 30 साल से अधिक आयु वर्ग के पुरुषों और महिलाओं का सीबैक फॉर्म भरा जाएगा। इस फॉर्म को कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर या एएनएम के पास जमा किया जाएगा। एक माह तक चलने वाले इस अभियान की समीक्षा डीएम द्वारा प्रत्येक सप्ताह किया जाएगा।
लोगों को घर बैठे मिलेगा इलाज
नोडल अधिकारी यूके त्रिपाठी ने बताया कि अब गांव के लोगों को घर बैठे कैंसर, हाइपरटेंशन, डायबिटीज और लकवा जैसी बीमारियों का इलाज मिलेगा। इसके लिए आशा घर-घर जाकर लोगों का डाटा जुटाया जाएगा। जानकारी सीबैक फॉर्म के माध्यम से पूरी करेगी। इसके लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर खुल चुके हैं, जिन पर सामुदायिक हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) व एएनएम की तैनाती है।
नोडल अधिकारी यूके त्रिपाठी ने बताया कि अब गांव के लोगों को घर बैठे कैंसर, हाइपरटेंशन, डायबिटीज और लकवा जैसी बीमारियों का इलाज मिलेगा। इसके लिए आशा घर-घर जाकर लोगों का डाटा जुटाया जाएगा। जानकारी सीबैक फॉर्म के माध्यम से पूरी करेगी। इसके लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर खुल चुके हैं, जिन पर सामुदायिक हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) व एएनएम की तैनाती है।
192 सेंटर पर स्क्रीनिंग, 30 वर्ष की उम्र वालों की घर बैठे जांच
उन्होंने बताया कि शहर की 25 और ग्रामीण क्षेत्र की 21 क्षेत्र की पीएचसी के अंतर्गत 192 सेंटरों पर स्क्रीनिंग की जाएगी। 30 वर्ष की उम्र पूरी करने वाले प्रत्येक ग्रामीण की घर बैठे ही स्वास्थ्य जांच होगी। इसके लिए आशा-एएनएम को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जिला सामुदायिक कार्यक्रम प्रक्रिया प्रबंधक (डीसीपीएम) डा.विजय सिंह ने बताया कि आशा और एएनएम के साथ सीएचओ की सहायता से गैर संचारी रोगों की खोज की जाएगी। समय रहते रोगों की जानकारी होने से उस व्यक्ति का उचित इलाज और बीमारी से बचाव कर जागरूक किया जाएगा। इस मौके पर उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डीसीपीएम व समस्त चिकित्सा अधीक्षक व बीपीएम, बीसीपीएम आदि मौजूद रहे।
उन्होंने बताया कि शहर की 25 और ग्रामीण क्षेत्र की 21 क्षेत्र की पीएचसी के अंतर्गत 192 सेंटरों पर स्क्रीनिंग की जाएगी। 30 वर्ष की उम्र पूरी करने वाले प्रत्येक ग्रामीण की घर बैठे ही स्वास्थ्य जांच होगी। इसके लिए आशा-एएनएम को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जिला सामुदायिक कार्यक्रम प्रक्रिया प्रबंधक (डीसीपीएम) डा.विजय सिंह ने बताया कि आशा और एएनएम के साथ सीएचओ की सहायता से गैर संचारी रोगों की खोज की जाएगी। समय रहते रोगों की जानकारी होने से उस व्यक्ति का उचित इलाज और बीमारी से बचाव कर जागरूक किया जाएगा। इस मौके पर उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डीसीपीएम व समस्त चिकित्सा अधीक्षक व बीपीएम, बीसीपीएम आदि मौजूद रहे।