
rahul gandhi
आगरा। दलितों की राजधानी में कांग्रेस एक बार फिर से खोआ हुआ मुकाम हासिल करने की कोशिश में है। लोकसभा चुनाव 2019 के लिए कई योजनाओं पर कार्य किए जा रहे हैं, जिनके माध्यम से लोगों को कांग्रेस पार्टी से जोड़ा जा रहा है। प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर अब कांग्रेसी दलित बस्तियों में जनसंपर्क अभियान चलाएंगे। इसकी तैयारी की जा रही है। कांग्रेस पार्टी इस अभियान में अपने साथ दलित युवाओं, महिलाओं के साथ व्यापारिक संगठनों से जुड़े दलित समाज के लोगों को जोड़ने का काम करेगी।
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23 अक्टूबर से चलेगा संविधान बचाओ देश बचाओ सम्मेलन
कांग्रेस जिलाध्यक्ष दुष्यंत शर्मा ने बताया कि लोकसभा चुनाव 2019 के लिए जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा तैयारियों को अंजाम दिया जा रहा है। जनता को भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा किए गए झूठे वादों की जानकारी दी जा रही है और कांग्रेस द्वारा किए गए कामों से रूबरू कराया जा रहा है।
आने वाले दिनों में प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर कांग्रेसी दलित बस्तियों में सघन जनसम्पर्क अभियान चलाएंगे। प्रदेश कार्यालय से तय कार्यक्रम के अनुसार जिले के आरक्षित ग्रामीण विधानसभा क्षेत्रों में दलित युवा और महिला, व्यापारिक संगठनों से जुड़े दलितों को पार्टी से जोड़ने के लिए दो दिवसीय कार्यक्रम है। जिसमें क्षेत्रों में कांग्रेसी जनसम्पर्क करेंगे। वहीं 23 अक्टूबर को ग्रामीण क्षेत्र में संविधान बचाओ देश बचाओ सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
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बैठक में दी गईं जिम्मेदारियां
कार्यक्रमों की तैयारियों को लेकर कांग्रेस के जयपुर हाउस स्थित कार्यालय पर बैठक हुई। जिलाध्यक्ष दुष्यंत शर्मा ने कहा कि नौ और दस अक्टूबर को अलग-अलग क्षेत्रों में संविधान स्वाभिमान यात्रा और तहसील मुख्यालयों प संविधान स्वाभिमान सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं। इसके अलावा डा. अम्बेडकर प्रतिमा स्थल तक मार्च निकाला जाएगा। संविधान की प्रस्तावना के उल्लेख के साथ लोगों को संविधान रक्षा का संकल्प दिलाया जाएगा। दलित समाज के नेताओं और अवकाश प्राप्त आधिकारियों को कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा। 23 अक्टूबर तक चलने वाले इन कार्यक्रमों की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और कांग्रेसी पूरी ताकत के साथ कार्यक्रम को सफल बनाने में जुट गए हैं। बैठक में आशाराम प्रजापति, यश, प्रताप सिंह बघेल, हारुन रशीद कुरैशी, संजय तिवारी सहित कई कांग्रेस मौजूद थे।
आगरा में दलितों की अच्छी संख्या
आगरा को दलितों की राजधानी कहा जाता है। आगरा जनपद में कुल साढ़े चौदह लाख की वोटिंग है। जिसमें 36 प्रतिशत वोट दलित है। कांग्रेस लोकसभा चुनाव में दलित वोट को अपने खेमें में करना चाहती है। राजनीति के जानकारों का कहना है कि इसके लिए दलित बस्तियों में अभियान की शुरुआत की जा रही है।
Published on:
09 Oct 2018 03:06 pm
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