गोताखों ने निकाले शव
आसपास के लोग मौके पर जुट गए। इसकी सूचना पुलिस को दी गई तो पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। मौके पर पीएसी के गोताखोर बुलाए गए। रातभर दोनों की तलाश की गई, लेकिन दोनों का कुछ पता नहीं चल सका। बताया जाता है कि गोताखोरों को सुबह 10 बजे के करीब दोनों के शव तालाब में मिल गए। मलपुरा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि दीपा और बहादुर के डेढ़ साल की बेटी और तीन महीने का बेटा है। दोनों मासूम अनाथ हो गए हैं। बहादुर के दो भाई हैं, लेकिन तीनों भाई अलग-अलग रह रहे थे। बहादुर पत्थर लगाने का काम करता था। वह हर रोज काम करने के लिए आगरा आता था।