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10 मिनट और रुक जाते, तो चिथड़े-चिथड़े उड़ जाते, दिल्ली ब्लास्ट में बचे परिवार की दास्तां

सोमवार को दिल्ली में हुए कार बम ब्लास्ट में यूपी के आगरा का एक परिवार बाल बाल बच गया। मौत उनसे 15 मिनट पहले उनके कार को छतिग्रस्त करते हुए निकल गई। इस घटना का भयावह मंजर देख इस परिवार की सांसे अटकी रहीं।

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आगरा

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Krishna Rai

Nov 11, 2025

Delhi blast

Delhi Blast: दिल्ली के चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके ने सोमवार की शाम दहशत में बदल दी। लेकिन इसी भयावह मंजर से करीब 15 मिनट पहले एक आगरा का परिवार मौत के मुंह से लौट आया। सिकंदरा, कारगिल रोड निवासी यशवीर सिंह और उनके रिश्तेदार प्रभात ने भगवान का शुक्र अदा करते हुए कहा अगर थोड़ी देर और रुक जाते, तो शायद आज जिंदा न होते।

कुछ यूं सामने आया भयावह मंजर

बताया कि दोनों सोमवार शाम करीब 6:30 बजे लालकिला के पास स्थित पार्किंग में अपनी स्कॉर्पियो (UP80-8959) खड़ी कर लाजपत राय इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट में खरीदारी करने गए थे। शादी की तैयारियों में जुटे ये लोग कुछ ही देर पहले कार से निकले थे।

हम सामान देख ही रहे थे कि अचानक तेज़ धमाका हुआ। पूरा इलाका हिल गया, लोग भागने लगे, चीख-पुकार मच गई। यशवीर ने बताया, शुरुआत में किसी को समझ नहीं आया कि हुआ क्या है कोई सिलेंडर फटने की बात कह रहा था, कोई सीएनजी गाड़ी में ब्लास्ट की बात बता रहा था। जब कुछ देर बाद दोनों बाजार से बाहर निकले, तो लालकिला के पास अफरा-तफरी का नज़ारा था।

सायरन की आवाज से बढ़ी धड़कन

सड़क पर टूटे वाहन, धुएं के गुबार और चारों ओर सायरनों की आवाज़। यशवीर ने बताया, हमारी कार पार्किंग में थी। जब वहां पहुंचे, तो देखा गाड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी थी, आसपास कई वाहनों में आग लगी थी। पुलिस किसी को पास नहीं जाने दे रही थी। सायरन की आवाज से धड़कन बढ़ने लगी थी।

धमाके की खबर फैलते ही परिवार में चिंता फैल गई। फोन की घंटियां लगातार बज रही थीं। यशवीर ने बताया कि उन्होंने किसी तरह संपर्क करके दूसरा वाहन मंगवाया, क्योंकि पुलिस ने पूरा इलाका सील कर रखा था। देर रात तक उन्हें बाहर निकलने की अनुमति नहीं मिली।

शायद हम भी मलबे में होते

यशवीर ने कहा, अब भी कानों में वो धमाका गूंजता है। सोचकर रूह कांप जाती है कि अगर 15 मिनट देर हो जाती, तो शायद हम भी उन मलबों में होते। भगवान का शुक्र है कि उन्होंने हमारी रक्षा की।