
किशोरी को फंसाकर धर्म परिवर्तन की साजिश का खुलासा हुआ है। फोटो: AI
विश्व हिंदू परिषद के प्रांत प्रचारक सुनील पाराशर, प्रांत संयोजक दिग्विजय नाथ तिवारी, जिला मंत्री करन गर्ग आदि जगदीशपुरा थाने पहुंचे। पुलिस को दो युवतियों की बुर्के में फोटो दिखाए। बताया कि ये दोनों सगी बहने हैं। हिंदू हैं।
पुलिस को बताया कि इलाके में प्रशांत ठाकुर किराए पर रहता था। उसने अपने दो परिचित मौसिम और अरबाज को भी रहने के लिए बुला लिया। मौसिम और अरबाज ने इलाके में रहने वाली सगी बहनों को जाल में फंसा लिया। उनके पिता नहीं हैं। दोनों युवतियां आरोपियों के इशारे पर काम करने लगीं। उन्होंने अपनी पड़ोस में रहने वाली किशोरी से भी उनकी दोस्ती करा दी। वे उसे घुमाने ले गए।
आरोपियों ने साथ एक युवक ने सेल्फी ले ली। उसे दिखाकर उसे ब्लैकमेल करने लगे। चुपचाप छत पर आने की कहने लगे। किशोरी के भाई ने आरोपियों को अपनी पड़ोसन युवतियों के साथ गलत हरकत करते देख लिया। उसने शोर मचाया था। पुलिस बुलाई थी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ अपहरण, गाली-गलौज और उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध की धारा के तहत मुकदमा लिखा है। मुकदमे में मौसिम, अरबाज, प्रशांत और दो युवतियों को नामजद किया गया है।
किशोरी के पिता ने आरोप लगाया है कि आरोपित उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर साथ ले गए थे। उसका धर्म परिवर्तन कराना चाहते थे। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।
Updated on:
23 May 2025 08:26 am
Published on:
23 May 2025 08:15 am
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