
मेट्रो के हाई स्पीड रन के ट्रायल का मुख्यमंत्री ने उद्घाटन किया
मुख्यमंत्री योगी नाथ बुधवार को आगरा एयरपोर्ट आए और वहां से मथुरा पहुंचे। उन्होंने वहां एक चैरिटेबल अस्पताल में चिकित्सा सेवाओं का उद्घाटन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने बांके बिहारी के दर्शन किए और फिर वहां से आगरा वापस आकर सर्किट हाउस में जनप्रतिनिधियों संग बैठक और अधिकारियों संग विकास कार्यों की समीक्षा की। वायु मार्ग से आगरा से मथुरा जाने के दौरान उन्होंने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई दौरा किया और समीक्षा बैठक में अधिकारियों को राहत के जरूरी निर्देश दिए।
मेट्रो हाई स्पीड ट्रायल के उद्घाटन में नाम की राजनीति
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ताजगंज स्थित मेट्रो के स्टेशन पर जाकर मेट्रो के हाई स्पीड ट्रायल का उद्घाटन किया। मेट्रो के निरीक्षण के दौरान उन्होंने तय समय से पहले आगामी फरवरी माह में जनता को मेट्रो का सफर करने का सपना पूरा होने की बात कही। इस दौरान उन्होंने फर्स्ट प्राइटी स्टेशनों के बीच मेट्रो की शुरुआत की घोषणा के दौरान जामा मस्जिद स्टेशन को कई बार मनकामेश्वर स्टेशन नाम से संबोधित किया। इसके बाद लोगों में नाम बदलने की चर्चा शुरू हो गई। कुछ ही देर बाद मेट्रो के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने ' सरकार जो नाम चाहती है वही स्टेशन का नाम होगा ' बयान देकर स्टेशन का नाम बदले जाने की बात पर मोहर लगा दी। यहां यह भी बता दें की प्रोजेक्ट में स्टेशन का नाम जामा मस्जिद स्टेशन था। हिंदूवादी इसका नाम मनकामेश्वर स्टेशन रखने की मांग कर रहे थे और कुछ संगठन इसका नाम डॉ भीम राव आंबेडकर के नाम पर रखने की मांग कर रहे थे।
अधिकारियों की करी तारीफ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा देश के अंदर उत्तर प्रदेश में ही सबसे अधिक शहरों में मेट्रो सेवाएं चल रही हैं। आगरा भी भविष्य में एक मेट्रो शहर के रूप में उभरेगा जिससे रोजगार के भरपूर अवसर पैदा होंगे, पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और विश्व मानचित्र पर शहर की छवि और भी उज्ज्वल होगी। उन्होंने कहा, “यूपीएमआरसी अपने निर्धारित समय से 6 महीने पहले इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी प्रयास कर रहा है। कार्यक्रम अगस्त 2024 के लिए चिह्नित है और यूपीएमआरसी की टीम फरवरी 2024 तक परियोजना को निष्पादित करने की योजना बना रही है। फरवरी 2024 तक आगरा के लोगों के लिए मेट्रो सेवाएं चालू हो जाएंगी।
गौरतलब है कि आगरा मेट्रो डिपो में पहले से ही मेट्रो का लो स्पीड ट्रायल किया जा रहा था।
अब, मेट्रो ट्रेनों का हाई स्पीड ट्रायल तीन एलिवेटेड स्टेशनों वाले 3 किमी लंबे एलिवेटेड वायाडक्ट पर शुरू होगा, जो 6 किमी लंबे पहले कॉरिडोर के प्रॉयरिटी सेक्शन (ताज ईस्ट गेट मेट्रो स्टेशन से जामा मस्जिद तक) का एक हिस्सा है।
ज्ञात हो कि आगरा मेट्रो रेल परियोजना के अंतर्गत कुल 29.4 किलोमीटर लंबाई के दो कोरिडोर हैं।
पहला कॉरिडोर ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा तक जाता है और यह 13.7 किलोमीटर लंबा है। इस कॉरिडोर में 6 एलिवेटेड और 7 अंडरग्राउंड स्टेशन हैं।
दूसरा कॉरिडोर आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक जाता है और 15.7 किलोमीटर लंबा है। यह पूरा कॉरिडोर एलिवेटेड है जिसमें 14 मेट्रो स्टेशन शामिल हैं।
आगरा मेट्रो ट्रेन की विशेषताएंः
आगरा मेट्रो रेल परियोजना के लिए मेट्रो ट्रेनों के लुक का अनावरण उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 8 अगस्त 2022 को किया गया।
सभी मेट्रो ट्रेनें रीजनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम से लैस हैं और इससे 35 प्रतिशत तक ऊर्जा की बचत होगी।
ट्रेनों में कार्बन डाइऑक्साइड आधारित सेंसर भी लगे हैं जो ऊर्जा की बचत करते हैं।
ट्रेनों का प्रबंधन और संचालन विश्व स्तरीय आगरा मेट्रो डिपो से किया जाएगा और स्वचालित सीबीटीसी मोड (कम्यूनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल) से संचालित किया जाएगा, जिससे ट्रेन संचालन बिल्कुल सुरक्षित हो जाएगा।
Published on:
26 Jul 2023 09:09 pm
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