मन को पवित्र रखना जरूरी
ज्योतिषाचार्य का कहना है कि भगवान सिर्फ भाव के भूखे होते हैं। चूंकि भगवान कृष्ण स्वयं जगत के पालनहार भगवान नारायण ही हैं। ऐसे में उनके लड्डू गोपाल को घर में प्रवेश कराने के साथ ही ये भाव मन में रखना चाहिए कि अब ये घर उनका है। वे ही घर के कर्ता धर्ता, घर के स्वामी हैं। उनके सेवक के रूप में उनकी सेवा करनी चाहिए।
ज्योतिषाचार्य का कहना है कि भगवान सिर्फ भाव के भूखे होते हैं। चूंकि भगवान कृष्ण स्वयं जगत के पालनहार भगवान नारायण ही हैं। ऐसे में उनके लड्डू गोपाल को घर में प्रवेश कराने के साथ ही ये भाव मन में रखना चाहिए कि अब ये घर उनका है। वे ही घर के कर्ता धर्ता, घर के स्वामी हैं। उनके सेवक के रूप में उनकी सेवा करनी चाहिए।
बच्चे की भावना से देखें
लड्डू गोपाल भगवान का बाल स्वरूप है, इसलिए उन्हें बच्चों की तरह ही रखना चाहिए। उनसे अपना कोई नाता जैसे भाई, पुत्र आदि बनाना चाहिए। रोज सुबह उन्हें आवाज देकर प्यार से जगाना चाहिए। उन्हें स्नान कराकर वस्त्र बदलने चाहिए। उनके वस्त्र रोज धोने चाहिए। स्नान का पानी मौसम के अनुसार रखें तो अच्छा है, जैसे गर्मियों में ठंडा और सर्दियों में गर्म। उनके कपड़े भी मौसम के अनुरूप लाएं। उनकी कम से कम दो बार आरती करें। उन्हें सुबह शाम प्रेमपूर्वक भोजन कराएं। उनसे बातें करें, उनके साथ खेलें। उनके लिए खिलौने आदि लाएं। उन्हें प्रेम करें। शाम को उन्हें शयन कराएं। थप्पी दें, लोरी आदि गाएं। परिवार के लिए जब भी कुछ खरीदने जाएं तो एक सदस्य की तरह उन्हें भी गिनें और उनके लिए भी कुछ लाएं। ज्योतिषाचार्य का कहना है कि भगवान भक्त का सिर्फ भाव देखते हैं। यदि मन का भाव पवित्र होगा तो भगवान की कृपा भी हमेशा बनी रहेगी।
लड्डू गोपाल भगवान का बाल स्वरूप है, इसलिए उन्हें बच्चों की तरह ही रखना चाहिए। उनसे अपना कोई नाता जैसे भाई, पुत्र आदि बनाना चाहिए। रोज सुबह उन्हें आवाज देकर प्यार से जगाना चाहिए। उन्हें स्नान कराकर वस्त्र बदलने चाहिए। उनके वस्त्र रोज धोने चाहिए। स्नान का पानी मौसम के अनुसार रखें तो अच्छा है, जैसे गर्मियों में ठंडा और सर्दियों में गर्म। उनके कपड़े भी मौसम के अनुरूप लाएं। उनकी कम से कम दो बार आरती करें। उन्हें सुबह शाम प्रेमपूर्वक भोजन कराएं। उनसे बातें करें, उनके साथ खेलें। उनके लिए खिलौने आदि लाएं। उन्हें प्रेम करें। शाम को उन्हें शयन कराएं। थप्पी दें, लोरी आदि गाएं। परिवार के लिए जब भी कुछ खरीदने जाएं तो एक सदस्य की तरह उन्हें भी गिनें और उनके लिए भी कुछ लाएं। ज्योतिषाचार्य का कहना है कि भगवान भक्त का सिर्फ भाव देखते हैं। यदि मन का भाव पवित्र होगा तो भगवान की कृपा भी हमेशा बनी रहेगी।
ये काम भूलकर न करें
यदि घर में लड्डू गोपाल हैं, तो घर में मांस मदिरा, शराब का सेवन न करें। जुआ आदि न खेलें।
यदि घर में लड्डू गोपाल हैं, तो घर में मांस मदिरा, शराब का सेवन न करें। जुआ आदि न खेलें।