
Hanuman
हनुमान बाबा ब्रह्मचारी हैं, ये बात तो सभी जानते हैं, लेकिन आपको शायद ही पता हो कि हनुमान जी शादीशुदा भी हैं। हालांकि कुछ परिस्थितियों के कारण उन्हें विवाह बंधन में बंधना पड़ा था। लेकिन शादीशुदा होने के बावजूद भी उन्होंने हमेशा ब्रह्मचर्य का पालन किया। 23 मार्च को हनुमान जयंती के मौके पर हम आपको बताएंगे हनुमान के वैवाहिक जीवन से जुड़ी तमाम बातों के बारे में।
इसलिए करना पड़ा था विवाह
ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र बताते है कि सूर्य भगवान हनुमान जी के गुरू थे। हनुमान जी को शिक्षित करते समय सूर्य देव ने उन्हें पांच विद्या तो सिखा दीं, लेकिन जब बाकी की चार विद्या सिखाने का नंबर आया तो वे धर्मसंकट में फंस गए। हनुमान बाबा अविवाहित थे और बाकी की चार शिक्षा सिर्फ विवाहित पुरुष को ही दी जा सकती थी। हनुमान जी पूरी शिक्षा लेने का प्रण कर चुके थे। इससे कम में वे मानने को तैयार नहीं थे। तब सूर्यदेव ने हनुमान जी को विवाह का सुझाव दिया। गुरू का सुझाव मानकर हनुमान जी भी विवाह सूत्र में बंधने को तैयार हो गए।
सुवर्चला के साथ शादी का प्रस्ताव
हनुमान जी शादी के लिए तो राजी हो गए, लेकिन विवाह योग्य कन्या कहां मिलेगी इस बात की चिंता उन्हें सता रही थी। उस समय सूर्य देव ने बजरंग बली को अपनी तपस्वी और तेजस्वी बेटी सुवर्चला के साथ शादी का प्रस्ताव दिया। जब हनुमान जी ने हामी भर दी तब उन्होंने सुवर्चला को शादी के लिए राजी किया। इसके बाद हनुमान जी ने सुवर्चला से विवाह कर अपनी शिक्षा पूर्ण की। विवाह के बाद सुवर्चला सदा के लिए अपनी तपस्या में लीन हो गईं। इस तरह हनुमान जी शादी के बंधन में बंधने के बावजूद हमेशा ब्रह्मचारी रहे।
रामायण में नहीं है विवाह का उल्लेख
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक किसी भी रामायण और रामचरित मानस में हनुमान जी के बाल ब्रह्मचारी का उल्लेख है इसलिए लोगों में भी यही मान्यता है। लेकिन पराशर संहिता में हनुमान जी के विवाह का उल्लेख किया गया है।
Updated on:
31 Mar 2018 08:50 am
Published on:
30 Mar 2018 03:34 pm
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