जानकारी के अनुसार, बीते 9 अक्टूबर को शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता का जन्मदिन था। जन्मदिन के मौके पर वे घर पर ही थे। जन्मदिन की पार्टी का जिक्र करते हुए शहीद कैप्टन के भाई ने कहा उनके जन्मदिन पर पूरा परिवार इकट्ठा हुआ था। होटल में धूमधाम से केक काट कर जन्मदिन मनाया गया था। उसके जन्मदिन पार्टी में ‘तुम जियो हजारों साल…’ वाला गाना बजाया जा रहा था। सभी भाइयों ने शुभम के जन्मदिन के मौके पर उसे इन्हीं कंधे पर उठाकर जश्न मनाया था। लेकिन, किसे पता था कि जिन कंधों पर कैप्टन शुभम को उठाकर डांस किया था, अब उन्हीं कन्धों पर उसे अंतिम विदाई देनी पड़ेगी।
शुभम के पिता ने बताया कि बेटा दो दिन बाद ही छुट्टी पर घर लौटने वाला था। पिछले 15 दिनों शुभम एक ही बात कहता था कि एक जरुरी काम है, उसे करके आ रहा हूं। और फिर खबर आई कि बॉर्डर पर आतंकवादियों से लोहा लेते हुए मेरा बेटा शुभम गंभीर रूप से घायल हो गया। और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। लेकिन, कुछ ही देर बाद उनके शहीद होने की एक और खबर आई। खबर सुनते ही पुरे घर में कोहराम मच गया। हालांकि, इस समय भी शहीद कैप्टन के पिता ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है। उसने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है। वहीं, परिजनों ने बताया कि घरवाले इस साल उनकी शादी की तैयारी कर रहे थें। लेकिन, किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।