माता कांता महेन्द्रू ने कहा- साध संगत, ये निरंकारी बाबा के चरणों में आकर हमारे जीवन में बदलाव आया है। हमने जीवन जीना ही इस निरंकारी मिशन में सीखा है। जीवन जीने की कला सीखी है। समाज में कैसे रहना, घरों में व्यहार कैसे करना, घरों को स्वर्ग कैसे बनाना, हमारे घरों में प्रेम, प्यार की गंगा कैसे बहेगी, ये सब तरीके हमने मिशन में आकर सीखे हैं। दुनिया में कैसे जीना है, अपनी छवि कैसे सुंदर बनानी है, संसार में अपनी छवि कैसे बसानी है, चंदन की तरह हमारी खुशबू दुनिया में कैसे फैले, उसके लिए क्या करना है, ये सब हमने निरंकारी मिशन में आकर सीखा है।