
Amritam Jalam
आगरा। गर्मियों के शुरू होते ही पानी की किल्लत शुरू हो जाती है। विशेषज्ञों की मानें तो अभी पानी की बचत करना नहीं सीखे, तो भविष्य में बूंद बूंद पानी को तरस जाएंगे। पानी की बचत करने, जल स्त्रोतों को बचाने के लिए पत्रिका समूह ने अमृतं जलम् नाम से बड़ी पहल शुरू की है। आगरा के अलावा ये मुहिम बरेली, फिरोजाबाद, हाथरस , मथुरा, पीलीभीत और अलीगढ़ में 13 मई को एक साथ हजारों लोगों को जल बचाने की शपथ दिलाई जाएगी। साथ ही विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
आगरा में देखें ये है कार्यक्रम
1.जल श्रोत का नामः हनुमान मंदिर तालाब
2.स्थानः फतेहपुर सीकरी रोड पर गांव महुअर में
3.विशेषताः कनागत के दौरान इसी तालाब से सूर्य को अर्घ्य दिया जाता था। पास में सैकड़ों साल पुराना हनुमान मंदिर है।
4.नज़दीकी गांव महुअर, पाली जखा, नगला कुर्रा, सकतपुर बरौदा
बरेली में देखें ये है कार्यक्रम
1. जल श्रोत का नामः किला नदी,
2.स्थानः किला इलाका
3.विशेषताः शहर के बीचों बीच से होकर गुजरती है लेकिन अब धीरे धीरे यह नदी सिकुड़ती जा रही है।
4..नज़दीकी गांव/मोहल्ले/कॉलोनीः बाकरगंज, किला, मिनी बाईपास
अलीगढ़ में देखें ये है कार्यक्रम
1. जल स्रोत का नाम - अचल ताल सरोवर
2.स्थान - थाना गांधी पार्क क्षेत्र के जीटी रोड के करीब
3.विशेषताः अचल ताल का ऐतिहासिक महत्व है। सरोवर के चारों तरफ मंदिर है। आबादी भी है। गंदगी , कचरा, पॉलीथिन, जलकु्म्भी से पटी रहती है।
4. नज़दीकी गांव/मोहल्ले/कॉलोनीः इसके करीब दुबे का पड़ाव , महेन्द्र नगर,द्वारिकापुरी,पंडागंज,मोहल्ला गिहारा,गांधी नगर, सराए पीर इलाके पड़ते है।
मथुरा में देखें ये है कार्यक्रम
1.जल स्रोत का नाम - ध्रुव कुंड
2.स्थान - ध्रुव टीला, मथुरा
3.विशेषता/महत्व (पौराणिक/ एतिहासिक ) - यहाँ पांच वर्ष की अवस्था में ध्रुव ने भगवान नारायण की तपस्या की थी और माना जाता है कि उन्हीं के समय से ये कुंड बना है।
4. नज़दीकी गांव - महोली
पीलीभीत में देखें ये है कार्यक्रम
1.जल स्रोत का नाम- देवहा नदी
2.स्थान – रोडवेज बस स्टैंड के पास, पीलीभीत के प्रवेश द्वार के पास
3.विशेषता/महत्व (पौराणिक/ एतिहासिक/अन्य संदर्भ) हिन्दू आस्था का प्रतीक है, श्मशान घाट भी है यहीं पर। मंदिर है यहां पर। तट पर ईदगाह है। सौहार्द्र का प्रतीक है। समाज कल्याण विभाग का छात्रआवास है।
4. नज़दीकी गांव/मोहल्ले/कॉलोनीः नौगवां गांव, नीलपुर, गुरुद्वारा,
हाथरस में देखें ये है कार्यक्रम
1.जल स्रोत का नाम - श्याम सरोवर
2.स्थान - हाथरस
3.विशेषता/महत्व (पौराणिक/ एतिहासिक/अन्य संदर्भ) - श्याम सरोवर नगर पालिका के रिकॉर्ड में श्मशान के रूप में दर्ज है। फिलहाल इस पर अवैध रूप से कब्जा हुआ है।
4. नज़दीकी गांव/मोहल्ले/कॉलोनी - इगलास अड्डा फाटक, मधुगढ़ी
फिरोजाबाद में देखें ये है कार्यक्रम
1. जल स्रोत का नामः बसई मोहम्मद
2. स्थान- बसई मोहम्मद गांव, टूंडला, फिरोजाबाद
3. विशेष महत्व ऐतिहासिक या पौराणिक या अन्यः इस तालाब का पानी सूखता नहीं है कभी, 300 वर्ष पुराना बताया गया है।
Published on:
12 May 2018 05:42 pm
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