नेचुरोपैथी विशेषज्ञ डॉ. रमाकांत शर्मा बताते हैं कि एनीमिया शरीर में आयरन की कमी, बहुत अधिक रक्तस्राव हो जाने से, रुमेटॉयड आर्थराइटिस, बवासीर, महिलाओं में मासिक धर्म के कारण, थैलेसीमिया, हाइपोथायराइडिज्म, किडनी संबंधी परेशानी समेत तमाम कारणों से हो सकता है। लेकिन सबसे ज्यादा इस परेशानी से महिलाएं जूझती हैं, उसका कारण मासिक धर्म के दौरान अधिक रक्तस्राव होना है। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं व बुजुर्गों में भी ये समस्या देखने को मिलती है। विटामिन बी 12 की कमी के कारण भी ये परेशानी होती है।
हर समय थकान महसूस होना, उठने-बैठने पर चक्कर आना, थोड़ा काम करते ही सांस फूल जाना, त्वचा और आंखों में पीलापन, दिल की असामान्य धड़कन, जोड़ों में दर्द, लिवर संबंधी परेशानी, सिरदर्द, सांस लेने में तकलीफ, हाथ पैरों का ठंडा पड़ना आदि।
शुरुआत में हम इन लक्षणों को सामान्य मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन धीरे धीरे ये लक्षण गंभीर होने लगते हैं। इसकी वजह से दिल को शरीर तक आॅक्सीजन पहुंचाने के लिए ज्यादा जोर लगाना पड़ता है, जिसके कारण हार्ट फेल या हार्ट के आकार में परिवर्तन की समस्या आ सकती है। वहीं गर्भवती महिलाओं को एनीमिया के कारण कई जटिलताएं झेलनी पड़ सकती हैं।
– इसके अलावा चुकंदर, अनार, केला और सेब का नियमित सेवन भी इसमें काफी लाभकारी है।
– 100 ग्राम शहद में 0.42 मि.ग्रा. आयरन होता है इसलिए ज्यादा से ज्यादा शहद का सेवन करें।
– टमाटर में भरपूर मात्रा में विटामिन सी और लाइकोपिन पाया जाता है। इसमें मौजूद विटामिन सी आयरन को अवशोषित करने में मदद करता है, इसलिए टमाटर एनीमिया के मरीजों के लिए लाभकारी है।
– पालक, लौकी, ब्रोकली और हरा धनिया अधिक से अधिक खाएं। चाहें तो हरे धनिए की चटनी बनाकर खा सकते हैं।
– अंकुरित अनाज हीमोग्लोबिन में तेजी से वृद्धि करता है, इसलिए नियमित रूप से इसका सेवन करें।
– 10 से 12 किशमिश को रातभर भिगोकर सुबह उसका पानी पीने व किशमिश खाने से तेजी से हीमोग्लोबिन बढ़ता है।
हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए दवाएं लेने से बेहतर है कि हम अपना खानपान सुधारें और प्राकृतिक चीजों से इसे बढ़ाएं। ऐसे में चाय, कॉफी , अन्य कैफीनयुक्त पदार्थ व जंकफूड आदि से परहेज करें।