आगरा स्थित ताजमहल को पूरे विश्व में प्रेम की निशानी माना जाता है। लगभग पौने चार सौ वर्ष पूर्व इस इमारत का निर्माण मुगल सम्राट शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज की याद में करवाया, लेकिन इस सच्चाई को शायद कम लोग ही जानते होगें कि इस संगमरमरी सफ़ेद ताजमहल के साथ साथ आगरा में ही एक और ताजमहल है, जिसे प्यार करने वाली पत्नी ने अपने पति की याद में लगभग 200 वर्ष पहले बनवाया था। आगरा के भगवान टॉकीज चौराहा के निकट हिन्दुस्तान के सबसे पुराने रोमन कैथोलिक कब्रिस्तान में ठीक बीचों-बीच में मुहब्बत की एक और दास्तान का साक्षी बनकर खड़ा हुआ है पत्थर का बना लाल ताजमहल।