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आरएसएस ने कहा, तीन तलाक मुस्लिम महिलाओं पर ​अत्याचार

इस संवेदनशील मुद्दे पर वेट एंड वाच की रणनीति पर काम कर रही है आरएसएस। 

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Sudhanshu Trivedi

Oct 27, 2016

triple talaq

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आगरा. हिंदू हितों की बात करनेवाली आरएसएस अब मुस्लिम समस्याओं पर भी खुलकर सामने आ गई है। मुस्लिम समाज मेें खलबली पैदा करने वाले तीन तलाक के मुद्दे पर आरएसएस ने गुरुवार को अपनी चुप्पी तोड़ी है।

मुस्लिम महिलाओं का विरोध शुभ संकेत
ब्रज प्रांत के कार्यवाह राजपाल जी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि तीन तलाक मुस्लिम महिलाओं पर अत्याचार है? यह प्रथा पूरी तरह से गलत है, जिसमें कानून के माध्यम से बदलाव होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज के अंदर ही तीन तलाक के विरोध में आवाज उठने लगी है। मुस्लिम महिलाएं इस व्यवस्था के खिलाफ सड़क पर उतर रही हैं। यह समाज के हित में शुभ संकेत है।

जरुरत पड़ी तो मुस्लिम महिलाओं का समर्थन करेंगे
क्या आरएसएस भी इस प्रथा के विरोध में कोई जागरुकता अ​भियान चलाएगा। इस सवाल पर राजपाल जी ने कहा कि यह मुस्लिम समाज का अंदरुनी मामला है। इस मुद्दे पर आरएसएस किसी प्रकार का जागरुकता अभियान नहीं चला रही है। लेकिन आरएसएस इस मुद्दे पर वेट एंड वाच की रणनीति पर काम कर रही है। यदि जरुरत पड़ी तो मुस्लिम महिलाओं के समर्थन में आरएसएस संघर्ष करेगी।