आगरा। जीएसटी का एक साल पूरा होने पर व्यापारी नेता बृजमोहन रैपुरिया ने कहा कि सरकार ने टैक्स चोरी करने वालों के लिए जो प्रोत्साहन योजना चालू की है, लेकिन व्यापारियों को किसी प्रकार की सुविधा नहीं दी गई। हाई टैक्स देने वाले व्यापारियों को भी कोई विशेष सुविधा दी जानी चाहिए थी। हालत तो ये है कि ऐसी कोई खिड़की भी नहीं है, जहां से टिकट पहले मिल जाए। टैक्स चोरी करने वाले को तो इनाम मिलेगा, लेकिन हाई टैक्स देने वाले के लिए ऐसा तो कोई नियम होना चाहिए, कि उसकी फाइल कहीं न रुके। अधिकारी उसके कार्य को वरीयता से निपटाएं, लेकिन ऐसा भी नहीं है। उन्होंने बताया कि जीएसटी के आने से बहुत सी समस्याएं बढ़ीं। एक रिर्टन जाता था, उसे अब तीन चरणों में विभाजित कर दिया। कार्य सरलीकरण के लिए किया जा रहा था, लेकिन व्यापारियों के लिए जटिलताओं का अम्बार लगा कर रख दिया गया।