
आगरा। 11 अप्रैल, दो और नौ मई को आए तूफान ने आगरा में भयंकर तबाही मचाई थी। 100 लोगों की जिंदगियां तूफान में चली गईं। तूफान की आशंका का एलान मौसम विभाग ने किया है। 15 मई को भी आंधी तूफान आने की संभावनाएं मौसम विभाग ने व्यक्त की है। ऐसे में लोगों के दिलों में दहशत का माहौल है। आगरा में आठ मई को जिला प्रशासन ने कक्षा एक से 12वीं तक के स्कूल और कॉलेज बंद किए थे। लेकिन, 15 मई को तूफान की संभावनाओं के बीच स्कूल बंद नहीं किए गए। स्कूल खुले हैं लेकिन, परिजनों ने तूफान की आशंका के चलते कम बच्चे आज स्कूल गए हैं।
60 से 70 किलोमीटर की रफ्तार से आने की संभावनाएं
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि राजस्थान से पश्चिमी विक्षोम सक्रिय हो रहा है। इसके चलते आगरा में धूलभरी आंधी, तूफान या फिर बिजली गिरने की संभावनाएं हैं। मौसम विशेषज्ञ डॉ.पवन सिसौदिया का कहना है कि आगरा में अंधड़ चल सकता है। 60 से 70 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
तीन बार के तूफान ने तबाह कर दिए सैकड़ों
आगरा में इस साल तीन बार भयंकर तूफान आ चुका है। 11 अप्रैल को आए तूफान में 19 लोगों की जान चली गई। 2 मई को 132 किलोमीटर की तीव्रता से आए तूफान ने 80 लोगों की जिंदगियां छीन ली। इसके बाद 9 मई को आई आंधी ने चार लोगों की जान ले ली। ऐसे में एक बार फिर से तूफान की दहशत लोगों के दिल में घर कर गई है। जिन स्थानों पर अधिक तबाही हुई है वहां के लोग खौफजदा हैं। तूफान से होने वाली तबाही देख चुके हैं। हालांकि प्रशासन ने एसडीएम, तहसीलदार आदि को क्षेत्रों में अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैंं।
ऐसी हुई सुबह, उमस ने किया बेहाल
मंगलवार को सुबह से ही उमस ने लोगों को बेहाल कर रखा। रात का तापमान लगातार बढ़ने से लोगों में बेचैनी महसूस की जा सकती है। वहीं दिन में धूप ने लोगों को परेशान कर रखा है। सुबह होते ही धूप शरीर में चुभने लगती है।
Published on:
15 May 2018 09:49 am
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