
योगी सरकार में एक और 'सत्याग्रह', लखनऊ हिलाने की तैयारी
आगरा। सुप्रीम कोर्ट द्वारा समायोजन रद होने के बाद शिक्षामित्रों को सरकारों से कोई राहत की उम्मीद नहीं मिल रही है। ऐसे में शिक्षामित्र प्रदर्शन को मजबूर हैंं। एक लाख 72 हजार शिक्षामित्र आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। अब शिक्षा मित्र योगी सरकार को जगाने के लिए एक बार फिर से प्रयास कर रहे हैं। राजधानी में होने वाले सत्याग्रह के लिए जनसंपर्क किया जा रहा है। आगरा सहित ब्रज के कई जिलों से हजारों की संख्या में शिक्षामित्र राजधानी पहुंचेंगे। ये सत्याग्रह एक जून से शुरू हो रहा है।
एक जून को लखनऊ में होने वाले सत्याग्रह में डायट पर जुटे शिक्षामित्र
प्राथमिक शिक्षामित्र संघ आगरा जनपद के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र छौंकर ने बताया कि सरकारों का सहयोग नहीं मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सत्ता में आए चार साल हो गए लेकिन, शिक्षामित्रों की आवाज को उन्होंने भी नहीं सुना। योगी सरकार लगातार शिक्षामित्रों के अधिकारों का हनन कर रही है। आज शिक्षामित्र के परिवार बेहाल हैं। योग्यता होते हुए इतने कम मानदेय मिल रहा है। एक जून को लखनऊ में सत्याग्रह करने का निर्णय शिक्षामित्र संगठन ने लिया है। डायट परिसर में बुधवार को इसकी रूपरेखा तैयार की गई। सभी जनपदों से शिक्षामित्रों को एकत्रित होकर एक जून को लखनऊ में होने वाले सत्याग्रह में पहुंचने की अपील की गई है। अपने अधिकारों के लिए शिक्षामित्र कई बार सरकार की लाठियां खा चुके हैं। वहीं अब तक पांच सौ शिक्षामित्रों अकाल मृत्यु के गाल में समां चुके हैं।
बीएलओ की ड्यूटी से मुक्ति की मांग
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ आगरा द्वारा शिक्षामित्रों की बीएलओ डियूटी से मुक्ति की मांग को लेकर ज्ञापन जिलाधिकारी महोदय को ज्ञापन भी दिया गया। वहीं बेसिक शिक्षाधिकारी को मार्च, अप्रैल, माह का मानदेय, अबशेष एरियर भुगतान की मांग भी की गई।
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Published on:
30 May 2018 12:43 pm
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