
प्रेम विवाह के कारण लड़के के चाचा की गोली मारकर हत्या।
आगरा। जो मां-बाप अपने बच्चों में बुढ़ापे का सहारा देखते हैं, वही औलाद उनके साथ बेहद बुरा सुलूक करती है। वृद्धा आश्रम में मां-बाप को पहुंचाने वाले बहुत से मामले आपने सुने होंगे, लेकिन ताजनगरी आगरा में तो बेटे ने प्रोपर्टी के लिए अपने मां बाप को दुनिया से ही विदा कर दिया। कुल्हाड़ी से काटकर उनकी हत्या कर दी। हत्या की इस वारदात में बुजुर्गों के नाती भी शामिल रहे। घटना के बाद आरोपी फरार हो गए।
यहां की है घटना
ये घटना थाना बाह क्षेत्र के गांव गांव पुरा जसोल की है। यहां के रहने वाले डालचंद्र पुरवंशी (70) एक उच्च प्राथमिक विद्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे। उनके दो बेटे हैं। बड़ा बेटा रामशंकर गांव में ही किराये पर मकान लेकर रहता है, वहीं कुलवीर बटेश्वर में रहता है। डालचंद्र पुरवंशी पत्नी रामकली और कुलवीर के सात साल के बेटे शिवा के साथ रहते थे। घर में उनकी एक परचून की दुकान है। इसे रामशंकर चला रहा था। छोटे बेटे कुलवीर ने बताया कि पिता कुछ महीने से भाई रामशंकर से दुकान खाली करने के लिए बोल रहे थे। चार दिन पहले भी विवाद हो गया था। शनिवार सुबह रामशंकर ने दुकान खाली कर दी।
कर दी हत्या
बताया गया है कि शनिवार दोपहर तकरीबन 3:30 बजे रामशंकर अपने बेटों अमित और अजीत के साथ घर में घुस आया। पिता डालचंद्र और मां रामकली (68) पर हमला बोल दिया। उन्होंने कुल्हाड़ी से डालचंद्र पुरवंशी की गर्दन काटकर हत्या कर दी। खाना बना रही मां जब बचाने आईं तो उस पर भी कुल्हाड़ी से प्रहार कर दिया, जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गई। इसके बाद आरोपी फरार हो गए। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल रामकली को आगरा पहुंचाया, जहां उनकी भी मौत हो गई।
चार दिन पहले हुआ था समझौता
डालचंद्र पुरवंशी का चार दिन पहले भी दुकान खाली कराने को लेकर विवाद हुआ था। वो किसी भी सूरत में राम शंकर को अपने साथ नहीं रखना चाहते थे। विवाद इतना बढ़ा कि मारपीट तक हो गई थी। जिसकी शिकायत रामकली ने पुलिस से की थी। पुलिस ने इस मामले में डालचंद्र पुरवंशी, राम शंकर, अजीत, अमित को मौके से पकड़ा था। दुकान खाली करने की बात पर उनमें समझौता हो गया था। इसीलिए पुलिस ने चारों का शांतिभंग में चालान कर दिया था।
Updated on:
19 Jan 2020 11:02 am
Published on:
19 Jan 2020 10:50 am
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