7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

आईपीएस अफसर ने एक्सप्रेस वे की सुरक्षित यात्रा का खाका बनाया, इन नंबरों को सहेज कर रख लें

एक्सप्रेस वे पर पीआरवी की संख्या बढ़ेंगीं। पुलिस कप्तान ने जारी किए हेल्पनाइन नंबर

2 min read
Google source verification

आगरा

image

Abhishek Saxena

Sep 07, 2018

police

आगरा। यमुना एक्सप्रेस वे का सफर और अधिक सुरक्षित हो, इसके लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने नई योजना बनाई है। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पीआरवी की तैनाती की गई है। वहीं कुछ प्वाइंटस ऐसे बनाए गए हैं, जहां लखनऊ स्थित डायल 100 के ऑफिस से इन पाइंटस पर पीआरवी (पब्लिक रेस्पोंस व्हीकल) की ड्यूटी लगाई गई है।

कोई भी आवश्यकता पड़ने पर दें इन नंबरों को सूचना
पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मियों के मोबाइल फोन नंबरों को भी सार्वजनिक किया गया है। कोई भी आवश्यकता पड़ने पर इन नंबरों पर पुलिस को सूचना दी जा सकती है। एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे पर लोगों से लूटपाट की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। पुलिस जब तक पहुंचती है, लुटेरे भाग चुके होते हैं। कई मर्तबा यह भी सामने आया कि एक्सीडेंट में घायल होने के बाद इलाज मिलने में देरी हुई। इन सभी बातों पर ध्यान दिया गया और लोगों को सुरक्षा देने के लिए एक यह कदम उठाए गए हैं। यूपी डायल 100 की मदद से एक कार्य योजना तैयार कर इसे अमल में लाया गया है। इसके तहत कई पीआरवी की ड्यूटी एक्सप्रेस वे पर लगाई गई हैं। इसके अलावा समय-समय पर थाना पुलिस भी गश्त करेगी।

पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मी के फोन नंबर जारी किए
पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मियों के फोन नंबरों की लिस्ट जगह-जगह लगाई गई है। किसी भी आवश्कता पर तुरंत इन नंबरों पर फोन मिलाया जाए। कुछ ही मिनटों में पीआरवी आपके पास होगी। खंदौली से लेकर इन रिंग रोड फतेहाबाद तक कई पीआरवी खड़ी मिलेंगी।

इन नंबरों पर करें फोन
एसएसपी अमित पाठक ने बताया पीआरवी नंबर 0041 का फोन नंबर 731115041, पीआरवी नंबर 0007 का 7311150007, पीआरवी नंबर 0004 का 7311150004, पीआरवी नंबर 0002 का 7311150002, पीआरवी नंबर 0057 का 7311150057 और पीआरवी 0028 का 7311150028 हैं। वहीं इसके अलावा व्हाट्सएप नंबर 7570000100 और एसएमएस के जरिये सूचना देने केे लिए 7533000100 नंबर हैं। यह सभी सार्वजनिक किए गए हैं। जगह-जगह बोर्ड भी लगवाए जा रहे हैं।