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आवारा गोवंश को विद्यालय में किया बंद, किसानों के साथ धरने पर बैठे पूर्व भाजपा सांसद

पूर्व सांसद बाबूलाल भी किसानों के साथ धरने पर बैठ गए। इसके कारण बच्चों को भी विद्यालय के बाहर पढ़ाई करनी पड़ी।

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आगरा

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Amit Sharma

Jan 27, 2020

आवारा गोवंश को विद्यालय में किया बंद, किसानों के साथ धरने पर बैठे पूर्व भाजपा सांसद

आवारा गोवंश को विद्यालय में किया बंद, किसानों के साथ धरने पर बैठे पूर्व भाजपा सांसद

आगरा। विकास खंड अकोला के गांव जारूआ कटरा के किसानों ने आवारा गोवंश को गांव में स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में बंद कर दिया। इसके बाद किसान विद्यालय के गेट का ताला लगाकर धरने पर बैठ गए। सोमवार सुबह इसकी जानकारी प्रशासन को हुई। सूचना से प्रशासन में हडकंप मच गया। मौके पर बीडीओ अकोला थाने की फोर्स के साथ गांव में पहुंच गए। पूर्व सांसद बाबूलाल भी किसानों के साथ धरने पर बैठ गए। इसके कारण बच्चों को भी विद्यालय के बाहर पढ़ाई करनी पड़ी। वहीं किसानों का आरोप है कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट की है। पूर्व सांसद ने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से करने की बात कही है।

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ये है मामला
बता दें कि थाना मलपुरा के गांव जारूआ कटरा के किसान आवारा गोवंश से बहुत परेशान हैं। किसानों ने बताया है कि उनके खेतों में आलू, सरसों तथा गेहूं की फसल खड़ी हुई है, जिसे आवारा गोवंश खराब कर रहे हैं। कई बीघा फसल खराब हो चुकी है। किसानों ने इसकी शिकायत कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से की है लेकिन अधिकारियों ने किसानों की शिकायत की ओर कोई ध्यान नहीं दिया।

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बरगद के पेड़ के नीचे बच्चों ने की पढ़ाई
गुस्साए किसानों ने रविवार शाम 5 बजे गांव में घूम रहे 250 आवारा गोवंश को पूर्व माध्यमिक विद्यालय में बंद कर दिया। जिसके बाद किसान विद्यालय के गेट का बाहर से ताला लगाकर धरने पर बैठ गए। सोमवार सुबह 9 बजे इसकी जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को हुई। इससे प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर खंड विकास अधिकारी/ ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अकोला डॉ0 नंन्दकिशोर, थानाध्यक्ष मलपुरा महेश कुमार यादव के साथ पहुंच गए। स्कूली बच्चों को पास में स्थित बरगद के पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ाई करनी पड़ी।

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धरने पर बैठे पूर्व सांसद
धरने की सूचना पर दोपहर 1 बजे फतेहपुर सीकरी के पूर्व सांसद चौ0 बाबूलाल भी गांव पहुंच गए। पूर्व सांसद किसानों के साथ धरने पर बैठ गए। बताया गया है कि पुलिस ने किसानों से धरना समाप्त करने के लिए बोला। जिस पर किसानों ने मना कर दिया। आरोप है कि पुलिस ने किसानों के साथ मारपीट की। इससे किसानों का गुस्सा और बढ़ गया। पूर्व सांसद चौधरी बाबूलाल ने कहा कि प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा गरीब किसानों को भुगतना पड़ रहा है। वहीं पुलिस ने धरने पर बैठे किसानों के साथ मारपीट करने को लेकर बोला कि वे इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से करेंगे। वहीं किसानों से कहा है कि गांव में घूम रही 250 गोवंश को सुरक्षित गौशाला भेजा जाए। जिसके बाद ही धरना समाप्त होगा। किसानों ने क्षेत्र में गौशाला बनवाने की मांग की है। सोमवार शाम 5 बजे खबर लिखे जाने तक किसानों का धरना जारी रहा। वहीं पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य ओमप्रकाश, सहायक अध्यापक सुशील बाबू, लक्ष्मीनारायण लवानिया, गोवेश्वरनाथ वाजेपेयी, सरोज देवी ने बच्चों को स्कूल के बाहर ही पढ़ाया।

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धरना देने वालो में
ग्राम प्रधान दुर्गा प्रसाद, सतेन्द्र दुबे, पूर्व प्रधान घूरेलाल, लक्ष्मीनारायण, सोनू दुबे, राजू उपाध्याय, माताप्रसाद, सुभाष, बंटी, राजेश दुबे, आदि किसान हैं।

ये बोले थानाध्यक्ष
थानाध्यक्ष मलपुरा महेश कुमार यादव ने बताया है कि पुलिस ने किसानों के साथ मारपीट नहीं की है।
इनपुट: देवेश शर्मा