ताजमहल पर प्रवेश की इस प्रक्रिया से पर्यटकों को बड़ा फायदा तो ये हो रहा है कि पहले एंट्री के लिए दो या तीन लाइन लगती थीं, इसके बाद टिकट जांच, टिकट को आधा फाड़ना, कर्मचारियों की माथापच्ची, लेकिन अब टर्न स्टाइल गेट में ऐसा कुछ भी नहीं है। टिकट लेने के बाद जो आपको टोकन जारी किया गया है, उससे आपको आसानी से एंट्री मिल जाएगी। इसके बाद आप तलाशी द्वार तक पहुंचेंगे और यहां तलाशी के बाद आपकी ताजमहल में शानदार तरीके से एंट्री होगी। ताजमहल में प्रवेश के साथ ही आपको ताजमहल की पुरानी तस्वीरें गैलरी में लगी दिखाई देंगी, जो एक शानदार अनुभव का एहसास कराएंगी।
यहां से मिलते हैं टिकट
ताजमहल में प्रवेश के दो द्वार हैं। पश्चिमी गेट और पूर्वी गेट। पश्चिमी गेट पर रेवती का बाड़ा में व्यवस्थाएं की गई हैं। यहीं पर पर्यटकों की चेकिंग होगी। यहीं से टिकट मिलेगा। पूर्वी गेट पर सहेली बुर्ज के पार्क को समाप्त करके व्यवस्था की गई है। दोनों स्थानों पर टिन शेड लगाए गए हैं। यहीं पर टर्न स्टाइल गेट लगाए गए हैं। पश्चिमी गेट पर कुल 12 गेट लगे हैं। रेवती के बाड़ा से पश्चिमी गेट के प्रवेश द्वार तक जाने के लिए जाली लगाकर डक्ट बनाई गई है। एक बार जो इस डक्ट में प्रवेश कर गया, वह लौटकर नहीं आ सकता है। बाहर से भी कोई सामान नहीं ले सकता है। सहेली बुर्ज से पूर्वी गेट के प्रवेश द्वार तक भी यही व्यवस्था है।
टर्न स्टाइल गेट एक सर्वर के माध्यम से जुड़े हुए हैं। इससे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के दिल्ली और मालरोड, आगरा स्थित कार्यालय में बैठे अधिकारियों को पता रहेगा कि किस समय कितने पर्यटकों ने प्रवेश किया और निकले। यह भी पता रहेगा कि ताजमहल में किस श्रेणी के कितने पर्यटक मौजूद हैं। इससे भीड़ प्रबंधन किया जा सकता है।
ये है टिकट
ताजमहल में प्रवेश के लिए टिकट 50 रुपये का है, इसमें आपको टोकन मिल जाएगा, लेकिन इस टिकट से आप मुख्य गुंबद नहीं घूम पाएंगे। इसके लिए आपको टिकट विंडो से ही 200 रुपये का अलग से भुगतान करना होगा। वहीं विदेशी नागरिकों के लिए ये शुल्क 1300 रुपये है। दक्षेस सदस्य देशों के पर्यटकों को 540 रुपये की जगह अब 740 रुपये का भुगतान करना होगा। 50 रुपये का टिकट खरीदने के बाद आप मुख्य गुंबद के भीतर नहीं जा पाएंगे, आपको आस-पास घूमने की इजाजत होगी, इसके साथ ही आप ताज के पीछे यमुना का किनारा ही देख सकेंगे।