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डॉक्टर, इंजीनियर बनना है तो तंबाकू, सिगरेट को कहें ‘नो’

तंबाकू में होते हैं 54 केमिकल, करते हैं 70 फीसद बीमारियां

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आगरा

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Abhishek Saxena

Apr 27, 2018

agra

आगरा। सिगरेट, गुटखा, तंबाकू, बीड़ी में 54 केमिकल होते हैं। यह शरीर में पहुंचता है तो 70 फीसद बीमारियां होती हैं। इसे रोका जा सकता है। इसके लिए नो मतलब नो की टीम आगरा कॉलेज पहुंची।

कैंसर रोग विशेषज्ञ ने छात्रों को दी जानकारी
शुक्रवार की सुबह आगरा कॉलेज में एसएन की कैंसर रोग विशेषज्ञ प्रो. डॉ. सुरभि गुप्ता ने आगरा कॉलेज के छात्रों को बताया कि बाजार से कोई सामान खरीदते हैं तो उसमें क्या है यह देखते हैं। इसी तरह से तंबाकू, सिगरेट पर लिखा रहता है कि तंबाकू से कैंसर हो सकता है। उन्होंने बच्चों से कहा कि वे अपने घर, परिचित और पड़ोसी से तंबाकू, सिगरेट ना पीने से रोकें। इसके लिए उनसे कहना है कि नो मतलब नो। समाजसेवी दिगम्बर सिंह धाकरे ने कहा कि आप डॉक्टर, इंजीनियर बनकर पांच साल बाद देश की सेवा करेंगे। लेकिन, आज से भी आप देश की सेवा कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने परिजन और पड़ोसी से कहना है कि तंबाकू ना खाएं, बार बार जब आप उनसे कहेंगे तो वह गुटखा और सिगरेट छोड़ सकते हैं। आप भी तंबाकू और सिगरेट का सेवन ना करें। इसके बाद ही इंजीनियर और डॉक्टर बनने का सपना पूरा हो सकता है। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. एमसी गुप्ता ने कहा कि आपके आस पास में कोई सिगरेट और बीड़ी पीता है। उससे आप भी प्रभावित होते हैं। इसकी रोकथाम जरूरी है।

बच्चों को तंबाकू से होने वाले कैंसर के लिए आगाह किया
महर्षि परशुराम इंटर कॉलेज में बच्चों को तंबाकू से होने वाले कैंसर के लिए आगाह किया। बच्चों से पूछा कि तुम्हारे घर में कोई गुटखा, सिगरेट, बीड़ी और तंबाकू का सेवन करता है। कुछ बच्चों ने हाथ खड़े कर दिए। जब रुपये खर्च होते हैं, इसे खाते रहेंगे तो कैंसर होना ही है। कैंसर होने के बाद इलाज में एक से डेढ़ लाख रुपये खर्चा होना सामान्य बात है और कैंसर सही होने की संभावना भी कम होती है। ऐसे में अपने घर पर जो भी तंबाकू का सेवन करता है, उससे कहना है नो, बच्चों ने कहा कि वे अपने परिजनों को कैंसर की चपेट में नहीं आने देंगे। संयोजक डॉ. आलोक मित्तल ने कहा कि बच्चे चाहें तो अपने पापा, मम्मी, भाई, बहन, चाचा और रिश्तेदार की तंबाकू छुड़वा सकते हैं। उन्हें बार बार तंबाकू छोड़ने के लिए कहना है। इसके बाद नो मतलब नो के लिए संकल्प लिया गया। इस अभियान के तहत 31 मई को आगरा में एक साथ एक लाख लोग तंबाकू का सेवन ना करने और ना करने देने का संकल्प लेंगे।

ये रहे मौजूद
कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रांजल महेश्वरी ने किया। इस दौरान रोटरी के अध्यक्ष डॉ.आर एल भारद्वाज, इनर व्हील से नीलू धाकरे, समाजसेवी संजय गोयल, आगरा कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. अनिल गुप्ता, एनसीसी कमांडर डॉ. अमित अग्रवाल, अशोक जैन सीए, विष्णु धाकड़, मृणाल शर्मा अनिल शर्मा आरटीई धनवान गुप्ता और कॉलेज के सभी शिक्षक एनसीसी के छात्र मौजूद रहे।