चाचा ने की भतीजे की हत्या
ये पूरा मामला आगरा का नयापुरा गांव का है। जानकारी के अनुसार बच्चा 29 नवंबर से अपने घर से लापता था। अपहरण की आशंका जताते हुए पिता करण सिंह ने केस दर्ज कराया था। सोमवार सुबह पड़ोसी के घर के पीछे एक बोरे में रौनक का शव मिला। शव पर चोट के कई निशान थे। आरोपियों ने डर के कारण रौनक की हत्या कर दी थी और शव को छत पर छुपा दिया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चला कि बच्चे की हत्या उसी दिन हो गई थी जिस दिन वह घर से लापता हुआ था।
ऐसे हुआ हत्या का खुलासा
पुलिस को छत और सीढ़ीयों पर खून के निशान मिले थे। इसके बाद पुलिस को शक होने लगा था कि इस हत्या में किसी घरवाले का हाथ है। शक के आधार पर मृतक बालक के चाचा भानु कुमार को उठाया। उसके फोन को चेक किया गया। जिसमें मृतक की मां यशोदा के साथ कुछ आपत्तिजनक वीडियो और फोटो मिले। इसके बाद ये पूरा मामला साफ हो गया और आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने कही ये बात
डीसीपी पूर्वी जोन अतुल शर्मा के अनुसार, चाचा भानु ने पूछताछ में बताया कि बड़े भाई सूरत में साड़ियों के कारखाने में काम करते हैं। 4 साल से भाभी यशोदा से संबंध हैं। भाई 18 नवंबर को वापस आ गए। घटना वाले दिन बाजार गए थे। इस पर वह भाभी के कमरे में पहुंच गया था। कमरे में भतीजे रौनक ने उन्हें देख लिया था। उन्हें लगा कि वह पिता को बता देगा। इस पर दोनों ने उसकी हत्या की योजना बनाई।