
budget
आगरा। पिछले कुछ समय से केंद्र सरकार महिला सशक्तीकरण की ओर जोर देकर आधी आबादी को खुश करने का लगातार प्रयास कर रही है । यूपी में भाजपा की पूर्ण बहुमत से जीत का श्रेय काफी हद तक आधी आबादी को गया। ये सब देखकर उम्मीद की जा रही थी कि सरकार इस बार अपने आखिरी पूर्ण बजट में महिलाओं के लिए निश्चित रूप कोई विशेष योजना लाएगी । महिलाओं का अनुमान काफी हद तक सही साबित हुआ। सरकार ने बजट 2018-19 में जहां उज्ज्वला योजना का टारगेट 5 करोड़ से बढ़ाकर 78 करोड़ दिया है, वहीं कामकाजी महिलाओं को भी अधिक बचत का तोहफा दिया है ।
इस बार के आम बजट में कामकाजी महिलाओं को राहत देते हुए सरकार ने महिलाओं के ईपीएफ योगदान को कम करके 8 फीसदी कर दिया है। इससे उन महिलाओं को काफी राहत मिलेगी जिनका वेतन कम है । ऐसी महिलाएं कम वेतन कटवाकर खर्च के लिए ज्यादा सैलरी अपने पास रख सकती हैं।पहले ईपीएफ कॉन्ट्रीब्यूशन की यह राशि करीब 9 फीसदी थी । वहीं इस साल नए कर्मचारियों के लिए यह बढ़ाकर 12 फीसदी कर दी गई है। जानते हैं इस बारे में क्या कहना है कामकाजी महिलाओं का ।
इस बारे में आगरा के कमला नगर की रीना तोमर कहती हैं कि जिस तरह सरकार ने मुस्लिम महिलाओं के हक की लड़ाई में उनका साथ दिया, उसे देखकर समझ चुके थे कि सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देगी। इसलिए उम्मीद थी कि बजट में महिलाओं के लिए कुछ खास जरूर होगा। हालांकि ईपीएफ योगदान में कमी को लेकर हमें कोई आइडिया नहीं था ।
वहीं आवास विकास में रहने वाली अंकिता सिंह बताती हैं, मैं सरकार के इस फैसले से काफी खुश हूं। इससे कम सैलरी वाली महिलाओं को काफी मदद मिलेगी।
Published on:
01 Feb 2018 12:51 pm
बड़ी खबरें
View Allआगरा
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
