29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Yamuna Expressway कर लेता है चालक को सम्मोहित और आ जाती है नींद, ऐसे में क्या करें, पढ़िये ये खबर

-मानसिक चिकित्सा संस्थान के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिनेश राठौर ने बताया कि सफर के दौरान नींद आने का कारण। -Patrika.com के माध्यम से दिए वाहन चालकों को सुझाव कि क्या करें और क्या न करें।

2 min read
Google source verification

आगरा

image

Dhirendra yadav

Jul 09, 2019

Yamuna ExpresswaymM47K

Yamuna Expressway

आगरा। Agra Yamuna expressway पर सफर लगातार खतरनाक होता जा रहा है। ट्रैफिक निदेशालय के आंकड़ों पर नजर डालें तो यमुना एक्सप्रेस वे पर पिछले 6 महीने में सड़क हादसों में 94 मौतें हुई हैं, जबकि 120 लोग घायल हुए हैं। कभी टायर फटने से, कभी ओवर स्पीड और झपकी इन हादसों का कारण बन रही है। सोमवार को जनरथ बस के एक्सीडेंट में चालक की झपकी के चलते 29 लोगों की जान चली गई। आखिर कारण क्या है, इस झपकी का। अधिक वर्कलोड नहीं, बल्कि Yamuna Expressway पर सफर के दौरान चालक हिप्नोसिस, यानि अर्धचेतनावस्था में चले जाते हैं। यही कारण है कि कितना भी नियंत्रण क्यों न करें, नींद की झपकी आही जाती है।

ये भी पढ़ें - Agra Yamuna Expressway Bus Accident: बस की रफ्तार जानकर रह जाएंगे हैरान, महज तीन मिनट में आठ किमी की दूरी तय की...

ये दी जानकारी
मानसिक चिकित्सा संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिनेश राठौर ने बताया कि क्या कारण है कि एक्सप्रेस वे पर अन्य मार्गों की तुलना में नींद आने की संभावना अधिक रहती है। उन्होंने बताया कि जिस तरीके से हिप्नोसिस (Hypnosis- सम्मोहन) की प्रक्रिया में हम लगातार किसी एक ऑब्जेक्ट पर ध्यान केन्द्रित करते हुए आसपास की बाधाओं को कम से कम कर देते हैं, जिसकी वजह से मनुष्य का दिमाग धीमे धीमे सुन्न हो जाता है। यही घटना एक्सप्रेस वे पर चलने के दौरान होती है, क्योंकि यहां चलते समय कम से कम बाधाएं और डिस्ट्रेक्शन आते हैं। हम लगातार सीधे देखते रहते हैं और एक्सप्रेस वे पर जो लाइनें होती हैं, उन पर ध्यान केन्द्रित हो जाता है। इस तरह की प्रक्रिया में दिमाग धीरे धीरे शिथिल होता चला जाता है, सुन्न होता चला जाता है। उसकी सक्रियता कम हो जाती है।

ये भी पढ़ें - Lucknow Delhi Bus Accident: उत्तर प्रदेश को हिला देने वाली बस दुर्घटना की सबसे बड़ी रिपोर्ट

ये है आवश्यक
डॉ. दिनेश राठौर ने बताया कि इसकी रोकथाम के लिए आवश्यक है कि एक्सप्रेस वे पर चलते समय साथियों से बात करते रहें। गाने सुन सकते हैं और खास बात ये है कि सफर को रुकते हुए पूरा करें, ऐसा नहीं है कि रास्ता खाली है और अधिक दूरी जल्दी तय करने के लिए लगातार वाहन चलाते रहे। डॉ. दिनेश राठौर ने पत्रिका के माध्यम से सभी चालकों से अपील की है, कि इन बातों का विशेष रूप से ध्यान रखें क्योंकि जीवन अनमोल है।

ये भी पढ़ें - bus accident Yamuna expressway: जानिये कैसे गई 29 लोगों की जान, बस सवार घायल ने बताया 40 सेकेंड का दिल दहला देने वाला पूरा दृश्य